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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
4890 | 54 | 44 | أم يقولون نحن جميع منتصر |
| | | या वे कहते है, "और हम मुक़ाबले की शक्ति रखनेवाले एक जत्था है?" |
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4891 | 54 | 45 | سيهزم الجمع ويولون الدبر |
| | | शीघ्र ही वह जत्था पराजित होकर रहेगा और वे पीठ दिखा जाएँगे |
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4892 | 54 | 46 | بل الساعة موعدهم والساعة أدهى وأمر |
| | | नहीं, बल्कि वह घड़ी है, जिसका समय उनके लिए नियत है और वह बड़ी आपदावाली और कटु घड़ी है! |
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4893 | 54 | 47 | إن المجرمين في ضلال وسعر |
| | | निस्संदेह, अपराधी लोग गुमराही और दीवानेपन में पड़े हुए है |
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4894 | 54 | 48 | يوم يسحبون في النار على وجوههم ذوقوا مس سقر |
| | | जिस दिन वे अपने मुँह के बल आग में घसीटे जाएँगे, "चखो मज़ा आग की लपट का!" |
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4895 | 54 | 49 | إنا كل شيء خلقناه بقدر |
| | | निश्चय ही हमने हर चीज़ एक अंदाज़े के साथ पैदा की है |
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4896 | 54 | 50 | وما أمرنا إلا واحدة كلمح بالبصر |
| | | और हमारा आदेश (और काम) तो बस एक दम की बात होती है जैसे आँख का झपकना |
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4897 | 54 | 51 | ولقد أهلكنا أشياعكم فهل من مدكر |
| | | और हम तुम्हारे जैसे लोगों को विनष्ट कर चुके है। फिर क्या है कोई नसीहत हासिल करनेवाला? |
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4898 | 54 | 52 | وكل شيء فعلوه في الزبر |
| | | जो कुछ उन्होंने किया है, वह पन्नों में अंकित है |
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4899 | 54 | 53 | وكل صغير وكبير مستطر |
| | | और हर छोटी और बड़ी चीज़ लिखित है |
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