بسم الله الرحمن الرحيم

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ترتيب الآيةرقم السورةرقم الآيةالاية
48835437ولقد راودوه عن ضيفه فطمسنا أعينهم فذوقوا عذابي ونذر
और उनसे उनके मेहमान (फ़रिश्ते) के बारे में नाजायज़ मतलब की ख्वाहिश की तो हमने उनकी ऑंखें अन्धी कर दीं तो मेरे अज़ाब और डराने का मज़ा चखो
48845438ولقد صبحهم بكرة عذاب مستقر
और सुबह सवेरे ही उन पर अज़ाब आ गया जो किसी तरह टल ही नहीं सकता था
48855439فذوقوا عذابي ونذر
तो मेरे अज़ाब और डराने के (पड़े) मज़े चखो
48865440ولقد يسرنا القرآن للذكر فهل من مدكر
और हमने तो क़ुरान को नसीहत हासिल करने के वास्ते आसान कर दिया तो कोई है जो नसीहत हासिल करे
48875441ولقد جاء آل فرعون النذر
और फिरऔन के पास भी डराने वाले (पैग़म्बर) आए
48885442كذبوا بآياتنا كلها فأخذناهم أخذ عزيز مقتدر
तो उन लोगों ने हमारी कुल निशानियों को झुठलाया तो हमने उनको इस तरह सख्त पकड़ा जिस तरह एक ज़बरदस्त साहिबे क़ुदरत पकड़ा करता है
48895443أكفاركم خير من أولئكم أم لكم براءة في الزبر
(ऐ अहले मक्का) क्या उन लोगों से भी तुम्हारे कुफ्फार बढ़ कर हैं या तुम्हारे वास्ते (पहली) किताबों में माफी (लिखी हुई) है
48905444أم يقولون نحن جميع منتصر
क्या ये लोग कहते हैं कि हम बहुत क़वी जमाअत हैं
48915445سيهزم الجمع ويولون الدبر
अनक़रीब ही ये जमाअत शिकस्त खाएगी और ये लोग पीठ फेर कर भाग जाएँगे
48925446بل الساعة موعدهم والساعة أدهى وأمر
बात ये है कि इनके वायदे का वक्त क़यामत है और क़यामत बड़ी सख्त और बड़ी तल्ख़ (चीज़) है


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