بسم الله الرحمن الرحيم

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ترتيب الآيةرقم السورةرقم الآيةالاية
48765430فكيف كان عذابي ونذر
तो (देखो) मेरा अज़ाब और डराना कैसा था
48775431إنا أرسلنا عليهم صيحة واحدة فكانوا كهشيم المحتظر
हमने उन पर एक सख्त चिंघाड़ (का अज़ाब) भेज दिया तो वह बाड़े वालो के सूखे हुए चूर चूर भूसे की तरह हो गए
48785432ولقد يسرنا القرآن للذكر فهل من مدكر
और हमने क़ुरान को नसीहत हासिल करने के वास्ते आसान कर दिया है तो कोई है जो नसीहत हासिल करे
48795433كذبت قوم لوط بالنذر
लूत की क़ौम ने भी डराने वाले (पैग़म्बरों) को झुठलाया
48805434إنا أرسلنا عليهم حاصبا إلا آل لوط نجيناهم بسحر
तो हमने उन पर कंकर भरी हवा चलाई मगर लूत के लड़के बाले को हमने उनको अपने फज़ल व करम से पिछले ही को बचा लिया
48815435نعمة من عندنا كذلك نجزي من شكر
हम शुक्र करने वालों को ऐसा ही बदला दिया करते हैं
48825436ولقد أنذرهم بطشتنا فتماروا بالنذر
और लूत ने उनको हमारी पकड़ से भी डराया था मगर उन लोगों ने डराते ही में शक़ किया
48835437ولقد راودوه عن ضيفه فطمسنا أعينهم فذوقوا عذابي ونذر
और उनसे उनके मेहमान (फ़रिश्ते) के बारे में नाजायज़ मतलब की ख्वाहिश की तो हमने उनकी ऑंखें अन्धी कर दीं तो मेरे अज़ाब और डराने का मज़ा चखो
48845438ولقد صبحهم بكرة عذاب مستقر
और सुबह सवेरे ही उन पर अज़ाब आ गया जो किसी तरह टल ही नहीं सकता था
48855439فذوقوا عذابي ونذر
तो मेरे अज़ाब और डराने के (पड़े) मज़े चखो


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