بسم الله الرحمن الرحيم

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ترتيب الآيةرقم السورةرقم الآيةالاية
48635417ولقد يسرنا القرآن للذكر فهل من مدكر
और हमने तो क़ुरान को नसीहत हासिल करने के वास्ते आसान कर दिया है तो कोई है जो नसीहत हासिल करे
48645418كذبت عاد فكيف كان عذابي ونذر
आद (की क़ौम ने) (अपने पैग़म्बर) को झुठलाया तो (उनका) मेरा अज़ाब और डराना कैसा था,
48655419إنا أرسلنا عليهم ريحا صرصرا في يوم نحس مستمر
हमने उन पर बहुत सख्त मनहूस दिन में बड़े ज़न्नाटे की ऑंधी चलायी
48665420تنزع الناس كأنهم أعجاز نخل منقعر
जो लोगों को (अपनी जगह से) इस तरह उखाड़ फेकती थी गोया वह उखड़े हुए खजूर के तने हैं
48675421فكيف كان عذابي ونذر
तो (उनको) मेरा अज़ाब और डराना कैसा था
48685422ولقد يسرنا القرآن للذكر فهل من مدكر
और हमने तो क़ुरान को नसीहत हासिल करने के वास्ते आसान कर दिया, तो कोई है जो नसीहत हासिल करे
48695423كذبت ثمود بالنذر
(क़ौम) समूद ने डराने वाले (पैग़म्बरों) को झुठलाया
48705424فقالوا أبشرا منا واحدا نتبعه إنا إذا لفي ضلال وسعر
तो कहने लगे कि भला एक आदमी की जो हम ही में से हो उसकी पैरवीं करें ऐसा करें तो गुमराही और दीवानगी में पड़ गए
48715425أألقي الذكر عليه من بيننا بل هو كذاب أشر
क्या हम सबमें बस उसी पर वही नाज़िल हुई है (नहीं) बल्कि ये तो बड़ा झूठा तअल्ली करने वाला है
48725426سيعلمون غدا من الكذاب الأشر
उनको अनक़रीब कल ही मालूम हो जाएगा कि कौन बड़ा झूठा तकब्बुर करने वाला है


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