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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
4829 | 53 | 45 | وأنه خلق الزوجين الذكر والأنثى |
| | | और ये कि वही नर और मादा दो किस्म (के हैवान) नुत्फे से जब (रहम में) डाला जाता है |
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4830 | 53 | 46 | من نطفة إذا تمنى |
| | | पैदा करता है |
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4831 | 53 | 47 | وأن عليه النشأة الأخرى |
| | | और ये कि उसी पर (कयामत में) दोबारा उठाना लाज़िम है |
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4832 | 53 | 48 | وأنه هو أغنى وأقنى |
| | | और ये कि वही मालदार बनाता है और सरमाया अता करता है, |
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4833 | 53 | 49 | وأنه هو رب الشعرى |
| | | और ये कि वही योअराए का मालिक है |
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4834 | 53 | 50 | وأنه أهلك عادا الأولى |
| | | और ये कि उसी ने पहले (क़ौमे) आद को हलाक किया |
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4835 | 53 | 51 | وثمود فما أبقى |
| | | और समूद को भी ग़रज़ किसी को बाक़ी न छोड़ा |
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4836 | 53 | 52 | وقوم نوح من قبل إنهم كانوا هم أظلم وأطغى |
| | | और (उसके) पहले नूह की क़ौम को बेशक ये लोग बड़े ही ज़ालिम और बड़े ही सरकश थे |
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4837 | 53 | 53 | والمؤتفكة أهوى |
| | | और उसी ने (क़ौमे लूत की) उलटी हुई बस्तियों को दे पटका |
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4838 | 53 | 54 | فغشاها ما غشى |
| | | (फिर उन पर) जो छाया सो छाया |
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