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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
4823 | 53 | 39 | وأن ليس للإنسان إلا ما سعى |
| | | और ये कि इन्सान को वही मिलता है जिसकी वह कोशिश करता है |
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4824 | 53 | 40 | وأن سعيه سوف يرى |
| | | और ये कि उनकी कोशिश अनक़रीेब ही (क़यामत में) देखी जाएगी |
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4825 | 53 | 41 | ثم يجزاه الجزاء الأوفى |
| | | फिर उसका पूरा पूरा बदला दिया जाएगा |
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4826 | 53 | 42 | وأن إلى ربك المنتهى |
| | | और ये कि (सबको आख़िर) तुम्हारे परवरदिगार ही के पास पहुँचना है |
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4827 | 53 | 43 | وأنه هو أضحك وأبكى |
| | | और ये कि वही हँसाता और रूलाता है |
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4828 | 53 | 44 | وأنه هو أمات وأحيا |
| | | और ये कि वही मारता और जिलाता है |
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4829 | 53 | 45 | وأنه خلق الزوجين الذكر والأنثى |
| | | और ये कि वही नर और मादा दो किस्म (के हैवान) नुत्फे से जब (रहम में) डाला जाता है |
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4830 | 53 | 46 | من نطفة إذا تمنى |
| | | पैदा करता है |
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4831 | 53 | 47 | وأن عليه النشأة الأخرى |
| | | और ये कि उसी पर (कयामत में) दोबारा उठाना लाज़िम है |
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4832 | 53 | 48 | وأنه هو أغنى وأقنى |
| | | और ये कि वही मालदार बनाता है और सरमाया अता करता है, |
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