نتائج البحث: 6236
|
ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
4820 | 53 | 36 | أم لم ينبأ بما في صحف موسى |
| | | या उसको उन बातों की ख़बर नहीं पहुँची, जो मूसा की किताबों में है |
|
4821 | 53 | 37 | وإبراهيم الذي وفى |
| | | और इबराहीम की (किताबों में है), जिसने अल्लाह की बन्दगी का) पूरा-पूरा हक़ अदा कर दिया? |
|
4822 | 53 | 38 | ألا تزر وازرة وزر أخرى |
| | | यह कि कोई बोझ उठानेवाला किसी दूसरे का बोझ न उठाएगा; |
|
4823 | 53 | 39 | وأن ليس للإنسان إلا ما سعى |
| | | और यह कि मनुष्य के लिए बस वही है जिसके लिए उसने प्रयास किया; |
|
4824 | 53 | 40 | وأن سعيه سوف يرى |
| | | और यह कि उसका प्रयास शीघ्र ही देखा जाएगा। |
|
4825 | 53 | 41 | ثم يجزاه الجزاء الأوفى |
| | | फिर उसे पूरा बदला दिया जाएगा; |
|
4826 | 53 | 42 | وأن إلى ربك المنتهى |
| | | और यह कि अन्त में पहुँचना तुम्हारे रब ही की ओर है; |
|
4827 | 53 | 43 | وأنه هو أضحك وأبكى |
| | | और यह कि वही है जो हँसाता और रुलाता है; |
|
4828 | 53 | 44 | وأنه هو أمات وأحيا |
| | | और यह कि वही जो मारता और जिलाता है; |
|
4829 | 53 | 45 | وأنه خلق الزوجين الذكر والأنثى |
| | | और यह कि वही है जिसने नर और मादा के जोड़े पैदा किए, |
|