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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
4798 | 53 | 14 | عند سدرة المنتهى |
| | | 'सिदरतुल मुन्तहा' (परली सीमा के बेर) के पास उतरते देख चुका है |
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4799 | 53 | 15 | عندها جنة المأوى |
| | | उसी के निकट 'जन्नतुल मावा' (ठिकानेवाली जन्नत) है। - |
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4800 | 53 | 16 | إذ يغشى السدرة ما يغشى |
| | | जबकि छा रहा था उस बेर पर, जो कुछ छा रहा था |
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4801 | 53 | 17 | ما زاغ البصر وما طغى |
| | | निगाह न तो टेढ़ी हुइ और न हद से आगे बढ़ी |
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4802 | 53 | 18 | لقد رأى من آيات ربه الكبرى |
| | | निश्चय ही उसने अपने रब की बड़ी-बड़ी निशानियाँ देखीं |
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4803 | 53 | 19 | أفرأيتم اللات والعزى |
| | | तो क्या तुमने लात और उज़्ज़ा |
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4804 | 53 | 20 | ومناة الثالثة الأخرى |
| | | और तीसरी एक और (देवी) मनात पर विचार किया? |
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4805 | 53 | 21 | ألكم الذكر وله الأنثى |
| | | क्या तुम्हारे लिए तो बेटे है उनके लिए बेटियाँ? |
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4806 | 53 | 22 | تلك إذا قسمة ضيزى |
| | | तब तो यह बहुत बेढ़ंगा और अन्यायपूर्ण बँटवारा हुआ! |
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4807 | 53 | 23 | إن هي إلا أسماء سميتموها أنتم وآباؤكم ما أنزل الله بها من سلطان إن يتبعون إلا الظن وما تهوى الأنفس ولقد جاءهم من ربهم الهدى |
| | | वे तो बस कुछ नाम है जो तुमने और तुम्हारे बाप-दादा ने रख लिए है। अल्लाह ने उनके लिए कोई सनद नहीं उतारी। वे तो केवल अटकल के पीछे चले रहे है और उनके पीछे जो उनके मन की इच्छा होती है। हालाँकि उनके पास उनके रब की ओर से मार्गदर्शन आ चुका है |
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