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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
4797 | 53 | 13 | ولقد رآه نزلة أخرى |
| | | और उन्होने तो उस (जिबरील) को एक बार (शबे मेराज) और देखा है |
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4798 | 53 | 14 | عند سدرة المنتهى |
| | | सिदरतुल मुनतहा के नज़दीक |
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4799 | 53 | 15 | عندها جنة المأوى |
| | | उसी के पास तो रहने की बेहिश्त है |
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4800 | 53 | 16 | إذ يغشى السدرة ما يغشى |
| | | जब छा रहा था सिदरा पर जो छा रहा था |
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4801 | 53 | 17 | ما زاغ البصر وما طغى |
| | | (उस वक्त भी) उनकी ऑंख न तो और तरफ़ माएल हुई और न हद से आगे बढ़ी |
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4802 | 53 | 18 | لقد رأى من آيات ربه الكبرى |
| | | और उन्होने यक़ीनन अपने परवरदिगार (की क़ुदरत) की बड़ी बड़ी निशानियाँ देखीं |
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4803 | 53 | 19 | أفرأيتم اللات والعزى |
| | | तो भला तुम लोगों ने लात व उज्ज़ा और तीसरे पिछले मनात को देखा |
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4804 | 53 | 20 | ومناة الثالثة الأخرى |
| | | (भला ये ख़ुदा हो सकते हैं) |
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4805 | 53 | 21 | ألكم الذكر وله الأنثى |
| | | क्या तुम्हारे तो बेटे हैं और उसके लिए बेटियाँ |
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4806 | 53 | 22 | تلك إذا قسمة ضيزى |
| | | ये तो बहुत बेइन्साफ़ी की तक़सीम है |
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