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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
4746 | 52 | 11 | فويل يومئذ للمكذبين |
| | | तो तबाही है उस दिन, झुठलानेवालों के लिए; |
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4747 | 52 | 12 | الذين هم في خوض يلعبون |
| | | जो बात बनाने में लगे हुए खेल रहे है |
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4748 | 52 | 13 | يوم يدعون إلى نار جهنم دعا |
| | | जिस दिन वे धक्के दे-देकर जहन्नम की ओर ढकेले जाएँगे |
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4749 | 52 | 14 | هذه النار التي كنتم بها تكذبون |
| | | (कहा जाएगा), "यही है वह आग जिसे तुम झुठलाते थे |
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4750 | 52 | 15 | أفسحر هذا أم أنتم لا تبصرون |
| | | "अब भला (बताओ) यह कोई जादू है या तुम्हे सुझाई नहीं देता? |
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4751 | 52 | 16 | اصلوها فاصبروا أو لا تصبروا سواء عليكم إنما تجزون ما كنتم تعملون |
| | | "जाओ, झुलसो उसमें! अब धैर्य से काम लो या धैर्य से काम न लो; तुम्हारे लिए बराबर है। तुम वही बदला पा रहे हो, जो तुम करते रहे थे।" |
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4752 | 52 | 17 | إن المتقين في جنات ونعيم |
| | | निश्चय ही डर रखनेवाले बाग़ों और नेमतों में होंगे |
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4753 | 52 | 18 | فاكهين بما آتاهم ربهم ووقاهم ربهم عذاب الجحيم |
| | | जो कुछ उनके रब ने उन्हें दिया होगा, उसका आनन्द ले रहे होंगे और इस बात से कि उनके रब ने उन्हें भड़कती हुई आग से बचा लिया - |
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4754 | 52 | 19 | كلوا واشربوا هنيئا بما كنتم تعملون |
| | | "मज़े से खाओ और पियो उन कर्मों के बदले में जो तुम करते रहे हो।" |
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4755 | 52 | 20 | متكئين على سرر مصفوفة وزوجناهم بحور عين |
| | | - पंक्तिबद्ध तख़्तो पर तकिया लगाए हुए होंगे और हम बड़ी आँखोंवाली हूरों (परम रूपवती स्त्रियों) से उनका विवाह कर देंगे |
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