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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
4692 | 51 | 17 | كانوا قليلا من الليل ما يهجعون |
| | | रातों को थोड़ा ही सोते थे, |
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4693 | 51 | 18 | وبالأسحار هم يستغفرون |
| | | और वही प्रातः की घड़ियों में क्षमा की प्रार्थना करते थे |
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4694 | 51 | 19 | وفي أموالهم حق للسائل والمحروم |
| | | और उनके मालों में माँगनेवाले और धनहीन का हक़ था |
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4695 | 51 | 20 | وفي الأرض آيات للموقنين |
| | | और धरती में विश्वास करनेवालों के लिए बहुत-सी निशानियाँ है, |
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4696 | 51 | 21 | وفي أنفسكم أفلا تبصرون |
| | | और ,स्वयं तुम्हारे अपने आप में भी। तो क्या तुम देखते नहीं? |
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4697 | 51 | 22 | وفي السماء رزقكم وما توعدون |
| | | और आकाश मे ही तुम्हारी रोज़ी है और वह चीज़ भी जिसका तुमसे वादा किया जा रहा है |
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4698 | 51 | 23 | فورب السماء والأرض إنه لحق مثل ما أنكم تنطقون |
| | | अतः सौगन्ध है आकाश और धरती के रब की। निश्चय ही वह सत्य बात है ऐसे ही जैसे तुम बोलते हो |
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4699 | 51 | 24 | هل أتاك حديث ضيف إبراهيم المكرمين |
| | | क्या इबराईम के प्रतिष्ठित अतिथियों का वृतान्त तुम तक पहँचा? |
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4700 | 51 | 25 | إذ دخلوا عليه فقالوا سلاما قال سلام قوم منكرون |
| | | जब वे उसके पास आए तो कहा, "सलाम है तुमपर!" उसने भी कहा, "सलाम है आप लोगों पर भी!" (और जी में कहा) "ये तो अपरिचित लोग हैं।" |
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4701 | 51 | 26 | فراغ إلى أهله فجاء بعجل سمين |
| | | फिर वह चुपके से अपने घरवालों के पास गया और एक मोटा-ताज़ा बछड़ा (का भूना हुआ मांस) ले आया |
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