بسم الله الرحمن الرحيم

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ترتيب الآيةرقم السورةرقم الآيةالاية
46675037إن في ذلك لذكرى لمن كان له قلب أو ألقى السمع وهو شهيد
इसमें शक़ नहीं कि जो शख़्श (आगाह) दिल रखता है या कान लगाकर हुज़ूरे क़ल्ब से सुनता है उसके लिए इसमें (काफ़ी) नसीहत है
46685038ولقد خلقنا السماوات والأرض وما بينهما في ستة أيام وما مسنا من لغوب
और हमने ही यक़ीनन सारे आसमान और ज़मीन और जो कुछ उन दोनों के बीच में है छह: दिन में पैदा किए और थकान तो हमको छुकर भी नहीं गयी
46695039فاصبر على ما يقولون وسبح بحمد ربك قبل طلوع الشمس وقبل الغروب
तो (ऐ रसूल) जो कुछ ये (काफ़िर) लोग किया करते हैं उस पर तुम सब्र करो और आफ़ताब के निकलने से पहले अपने परवरदिगार के हम्द की तस्बीह किया करो
46705040ومن الليل فسبحه وأدبار السجود
और थोड़ी देर रात को भी और नमाज़ के बाद भी उसकी तस्बीह करो
46715041واستمع يوم يناد المناد من مكان قريب
और कान लगा कर सुन रखो कि जिस दिन पुकारने वाला (इसराफ़ील) नज़दीक ही जगह से आवाज़ देगा
46725042يوم يسمعون الصيحة بالحق ذلك يوم الخروج
(कि उठो) जिस दिन लोग एक सख्त चीख़ को बाख़ूबी सुन लेगें वही दिन (लोगों) के कब्रों से निकलने का होगा
46735043إنا نحن نحيي ونميت وإلينا المصير
बेशक हम ही (लोगों को) ज़िन्दा करते हैं और हम ही मारते हैं
46745044يوم تشقق الأرض عنهم سراعا ذلك حشر علينا يسير
और हमारी ही तरफ फिर कर आना है जिस दिन ज़मीन (उनके ऊपर से) फट जाएगी और ये झट पट निकल खड़े होंगे ये उठाना और जमा करना
46755045نحن أعلم بما يقولون وما أنت عليهم بجبار فذكر بالقرآن من يخاف وعيد
और हम पर बहुत आसान है (ऐ रसूल) ये लोग जो कुछ कहते हैं हम (उसे) ख़ूब जानते हैं और तुम उन पर जब्र तो देते नहीं हो तो जो हमारे (अज़ाब के) वायदे से डरे उसको तुम क़ुरान के ज़रिए नसीहत करते रहो
4676511بسم الله الرحمن الرحيم والذاريات ذروا
उन (हवाओं की क़सम) जो (बादलों को) उड़ा कर तितर बितर कर देती हैं


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