بسم الله الرحمن الرحيم

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ترتيب الآيةرقم السورةرقم الآيةالاية
46565026الذي جعل مع الله إلها آخر فألقياه في العذاب الشديد
जिसने ख़ुदा के साथ दूसरे माबूद बना रखे थे तो अब तुम दोनों इसको सख्त अज़ाब में डाल ही दो
46575027قال قرينه ربنا ما أطغيته ولكن كان في ضلال بعيد
(उस वक्त) उसका साथी (शैतान) कहेगा परवरदिगार हमने इसको गुमराह नहीं किया था बल्कि ये तो ख़ुद सख्त गुमराही में मुब्तिला था
46585028قال لا تختصموا لدي وقد قدمت إليكم بالوعيد
इस पर ख़ुदा फ़रमाएगा हमारे सामने झगड़े न करो मैं तो तुम लोगों को पहले ही (अज़ाब से) डरा चुका था
46595029ما يبدل القول لدي وما أنا بظلام للعبيد
मेरे यहाँ बात बदला नहीं करती और न मैं बन्दों पर (ज़र्रा बराबर) ज़ुल्म करने वाला हूँ
46605030يوم نقول لجهنم هل امتلأت وتقول هل من مزيد
उस दिन हम दोज़ख़ से पूछेंगे कि तू भर चुकी और वह कहेगी क्या कुछ और भी हैं
46615031وأزلفت الجنة للمتقين غير بعيد
और बेहिश्त परहेज़गारों के बिलकुल करीब कर दी जाएगी
46625032هذا ما توعدون لكل أواب حفيظ
यही तो वह बेहिश्त है जिसका तुममें से हर एक (ख़ुदा की तरफ़) रूजू करने वाले (हुदूद की) हिफाज़त करने वाले से वायदा किया जाता है
46635033من خشي الرحمن بالغيب وجاء بقلب منيب
तो जो शख़्श ख़ुदा से बे देखे डरता रहा और ख़ुदा की तरफ़ रूजू करने वाला दिल लेकर आया
46645034ادخلوها بسلام ذلك يوم الخلود
(उसको हुक्म होगा कि) इसमें सही सलामत दाख़िल हो जाओ यहीं तो हमेशा रहने का दिन है
46655035لهم ما يشاءون فيها ولدينا مزيد
इसमें ये लोग जो चाहेंगे उनके लिए हाज़िर है और हमारे यहॉ तो इससे भी ज्यादा है


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