نتائج البحث: 6236
|
ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
4639 | 50 | 9 | ونزلنا من السماء ماء مباركا فأنبتنا به جنات وحب الحصيد |
| | | और हमने आकाश से बरकतवाला पानी उतारा, फिर उससे बाग़ और फ़सल के अनाज। |
|
4640 | 50 | 10 | والنخل باسقات لها طلع نضيد |
| | | और ऊँचे-ऊँचे खजूर के वृक्ष उगाए जिनके गुच्छे तह पर तह होते है, |
|
4641 | 50 | 11 | رزقا للعباد وأحيينا به بلدة ميتا كذلك الخروج |
| | | बन्दों की रोजी के लिए। और हमने उस (पानी) के द्वारा निर्जीव धरती को जीवन प्रदान किया। इसी प्रकार निकलना भी हैं |
|
4642 | 50 | 12 | كذبت قبلهم قوم نوح وأصحاب الرس وثمود |
| | | उनसे पहले नूह की क़ौम, 'अर्-रस' वाले, समूद, |
|
4643 | 50 | 13 | وعاد وفرعون وإخوان لوط |
| | | आद, फ़िरऔन , लूत के भाई, |
|
4644 | 50 | 14 | وأصحاب الأيكة وقوم تبع كل كذب الرسل فحق وعيد |
| | | 'अल-ऐका' वाले और तुब्बा के लोग भी झुठला चुके है। प्रत्येक ने रसूलों को झुठलाया। अन्ततः मेरी धमकी सत्यापित होकर रही |
|
4645 | 50 | 15 | أفعيينا بالخلق الأول بل هم في لبس من خلق جديد |
| | | क्या हम पहली बार पैदा करने से असमर्थ रहे? नहीं, बल्कि वे एक नई सृष्टि के विषय में सन्देह में पड़े है |
|
4646 | 50 | 16 | ولقد خلقنا الإنسان ونعلم ما توسوس به نفسه ونحن أقرب إليه من حبل الوريد |
| | | हमने मनुष्य को पैदा किया है और हम जानते है जो बातें उसके जी में आती है। और हम उससे उसकी गरदन की रग से भी अधिक निकट है |
|
4647 | 50 | 17 | إذ يتلقى المتلقيان عن اليمين وعن الشمال قعيد |
| | | जब दो प्राप्त करनेवाले (फ़रिशते) प्राप्त कर रहे होते है, दाएँ से और बाएँ से वे लगे बैठे होते है |
|
4648 | 50 | 18 | ما يلفظ من قول إلا لديه رقيب عتيد |
| | | कोई बात उसने कही नहीं कि उसके पास एक निरीक्षक तैयार रहता है |
|