نتائج البحث: 6236
|
ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
4422 | 44 | 8 | لا إله إلا هو يحيي ويميت ربكم ورب آبائكم الأولين |
| | | उसके अतिरिक्त कोई पूज्य-प्रभु नहीं; वही जीवित करता और मारता है; तुम्हारा रब और तुम्हारे अगले बाप-दादों का रब है |
|
4423 | 44 | 9 | بل هم في شك يلعبون |
| | | बल्कि वे संदेह में पड़े रहे हैं |
|
4424 | 44 | 10 | فارتقب يوم تأتي السماء بدخان مبين |
| | | अच्छा तो तुम उस दिन की प्रतीक्षा करो, जब आकाश प्रत्यक्ष धुँआ लाएगा। |
|
4425 | 44 | 11 | يغشى الناس هذا عذاب أليم |
| | | वह लोगों का ढाँक लेगा। यह है दुखद यातना! |
|
4426 | 44 | 12 | ربنا اكشف عنا العذاب إنا مؤمنون |
| | | वे कहेंगे, "ऐ हमारे रब! हमपर से यातना हटा दे। हम ईमान लाते है।" |
|
4427 | 44 | 13 | أنى لهم الذكرى وقد جاءهم رسول مبين |
| | | अब उनके होश में आने का मौक़ा कहाँ बाक़ी रहा। उनका हाल तो यह है कि उनके पास साफ़-साफ़ बतानेवाला एक रसूल आ चुका है। |
|
4428 | 44 | 14 | ثم تولوا عنه وقالوا معلم مجنون |
| | | फिर उन्होंने उसकी ओर से मुँह मोड़ लिया और कहने लगे, "यह तो एक सिखाया-पढ़ाया दीवाना है।" |
|
4429 | 44 | 15 | إنا كاشفو العذاب قليلا إنكم عائدون |
| | | "हम यातना थोड़ा हटा देते है तो तुम पुनः फिर जाते हो। |
|
4430 | 44 | 16 | يوم نبطش البطشة الكبرى إنا منتقمون |
| | | याद रखो, जिस दिन हम बड़ी पकड़ पकड़ेंगे, तो निश्चय ही हम बदला लेकर रहेंगे |
|
4431 | 44 | 17 | ولقد فتنا قبلهم قوم فرعون وجاءهم رسول كريم |
| | | उनसे पहले हम फ़िरऔन की क़ौम के लोगों को परीक्षा में डाल चुके हैं, जबकि उनके पास एक अत्यन्त सज्जन रसूल आया |
|