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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
4001 | 38 | 31 | إذ عرض عليه بالعشي الصافنات الجياد |
| | | बेशक वह हमारी तरफ रूजू करने वाले थे इत्तोफाक़न एक दफ़ा तीसरे पहर को ख़ासे के असील घोड़े उनके सामने पेश किए गए |
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4002 | 38 | 32 | فقال إني أحببت حب الخير عن ذكر ربي حتى توارت بالحجاب |
| | | तो देखने में उलझे के नवाफिल में देर हो गयी जब याद आया तो बोले कि मैंने अपने परवरदिगार की याद पर माल की उलफ़त को तरजीह दी यहाँ तक कि आफ़ताब (मग़रिब के) पर्दे में छुप गया |
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4003 | 38 | 33 | ردوها علي فطفق مسحا بالسوق والأعناق |
| | | (तो बोले अच्छा) इन घोड़ों को मेरे पास वापस लाओ (जब आए) तो (देर के कफ्फ़ारा में) घोड़ों की टाँगों और गर्दनों पर हाथ फेर (काट) ने लगे |
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4004 | 38 | 34 | ولقد فتنا سليمان وألقينا على كرسيه جسدا ثم أناب |
| | | और हमने सुलेमान का इम्तेहान लिया और उनके तख्त पर एक बेजान धड़ लाकर गिरा दिया |
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4005 | 38 | 35 | قال رب اغفر لي وهب لي ملكا لا ينبغي لأحد من بعدي إنك أنت الوهاب |
| | | फिर (सुलेमान ने मेरी तरफ) रूजू की (और) कहा परवरदिगार मुझे बख्श दे और मुझे वह मुल्क अता फरमा जो मेरे बाद किसी के वास्ते शायाँह न हो इसमें तो शक नहीं कि तू बड़ा बख्शने वाला है |
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4006 | 38 | 36 | فسخرنا له الريح تجري بأمره رخاء حيث أصاب |
| | | तो हमने हवा को उनका ताबेए कर दिया कि जहाँ वह पहुँचना चाहते थे उनके हुक्म के मुताबिक़ धीमी चाल चलती थी |
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4007 | 38 | 37 | والشياطين كل بناء وغواص |
| | | और (इसी तरह) जितने शयातीन (देव) इमारत बनाने वाले और ग़ोता लगाने वाले थे |
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4008 | 38 | 38 | وآخرين مقرنين في الأصفاد |
| | | सबको (ताबेए कर दिया और इसके अलावा) दूसरे देवों को भी जो ज़ंज़ीरों में जकड़े हुए थे |
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4009 | 38 | 39 | هذا عطاؤنا فامنن أو أمسك بغير حساب |
| | | ऐ सुलेमान ये हमारी बेहिसाब अता है पस (उसे लोगों को देकर) एहसान करो या (सब) अपने ही पास रखो |
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4010 | 38 | 40 | وإن له عندنا لزلفى وحسن مآب |
| | | और इसमें शक नहीं कि सुलेमान की हमारी बारगाह में कुर्ब व मज़ेलत और उमदा जगह है |
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