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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
3946 | 37 | 158 | وجعلوا بينه وبين الجنة نسبا ولقد علمت الجنة إنهم لمحضرون |
| | | और उन लोगों ने खुदा और जिन्नात के दरमियान रिश्ता नाता मुक़र्रर किया है हालाँकि जिन्नात बखूबी जानते हैं कि वह लोग यक़ीनी (क़यामत में बन्दों की तरह) हाज़िर किए जाएँगे |
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3947 | 37 | 159 | سبحان الله عما يصفون |
| | | ये लोग जो बातें बनाया करते हैं इनसे खुदा पाक साफ़ है |
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3948 | 37 | 160 | إلا عباد الله المخلصين |
| | | मगर खुदा के निरे खरे बन्दे (ऐसा नहीं कहते) |
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3949 | 37 | 161 | فإنكم وما تعبدون |
| | | ग़रज़ तुम लोग खुद और तुम्हारे माबूद |
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3950 | 37 | 162 | ما أنتم عليه بفاتنين |
| | | उसके ख़िलाफ (किसी को) बहका नहीं सकते |
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3951 | 37 | 163 | إلا من هو صال الجحيم |
| | | मगर उसको जो जहन्नुम में झोंका जाने वाला है |
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3952 | 37 | 164 | وما منا إلا له مقام معلوم |
| | | और फरिश्ते या आइम्मा तो ये कहते हैं कि मैं हर एक का एक दरजा मुक़र्रर है |
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3953 | 37 | 165 | وإنا لنحن الصافون |
| | | और हम तो यक़ीनन (उसकी इबादत के लिए) सफ बाँधे खड़े रहते हैं |
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3954 | 37 | 166 | وإنا لنحن المسبحون |
| | | और हम तो यक़ीनी (उसकी) तस्बीह पढ़ा करते हैं |
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3955 | 37 | 167 | وإن كانوا ليقولون |
| | | अगरचे ये कुफ्फार (इस्लाम के क़ब्ल) कहा करते थे |
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