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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
3877 | 37 | 89 | فقال إني سقيم |
| | | और कहा, "मैं तो निढाल हूँ।" |
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3878 | 37 | 90 | فتولوا عنه مدبرين |
| | | अतएव वे उसे छोड़कर चले गए पीठ फेरकर |
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3879 | 37 | 91 | فراغ إلى آلهتهم فقال ألا تأكلون |
| | | फिर वह आँख बचाकर उनके देवताओं की ओर गया और कहा, "क्या तुम खाते नहीं? |
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3880 | 37 | 92 | ما لكم لا تنطقون |
| | | तुम्हें क्या हुआ है कि तुम बोलते नहीं?" |
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3881 | 37 | 93 | فراغ عليهم ضربا باليمين |
| | | फिर वह भरपूर हाथ मारते हुए उनपर पिल पड़ा |
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3882 | 37 | 94 | فأقبلوا إليه يزفون |
| | | फिर वे लोग झपटते हुए उसकी ओर आए |
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3883 | 37 | 95 | قال أتعبدون ما تنحتون |
| | | उसने कहा, "क्या तुम उनको पूजते हो, जिन्हें स्वयं तराशते हो, |
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3884 | 37 | 96 | والله خلقكم وما تعملون |
| | | जबकि अल्लाह ने तुम्हे भी पैदा किया है और उनको भी, जिन्हें तुम बनाते हो?" |
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3885 | 37 | 97 | قالوا ابنوا له بنيانا فألقوه في الجحيم |
| | | वे बोले, "उनके लिए एक मकान (अर्थात अग्नि-कुंड) तैयार करके उसे भड़कती आग में डाल दो!" |
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3886 | 37 | 98 | فأرادوا به كيدا فجعلناهم الأسفلين |
| | | अतः उन्होंने उसके साथ एक चाल चलनी चाही, किन्तु हमने उन्हीं को नीचा दिखा दिया |
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