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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
3805 | 37 | 17 | أوآباؤنا الأولون |
| | | तो क्या हम या हमारे अगले बाप दादा फिर दोबारा क़ब्रों से उठा खड़े किए जाँएगे |
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3806 | 37 | 18 | قل نعم وأنتم داخرون |
| | | (ऐ रसूल) तुम कह दो कि हाँ (ज़रूर उठाए जाओगे) |
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3807 | 37 | 19 | فإنما هي زجرة واحدة فإذا هم ينظرون |
| | | और तुम ज़लील होगे और वह (क़यामत) तो एक ललकार होगी फिर तो वह लोग फ़ौरन ही (ऑंखे फाड़-फाड़ के) देखने लगेंगे |
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3808 | 37 | 20 | وقالوا يا ويلنا هذا يوم الدين |
| | | और कहेंगे हाए अफसोस ये तो क़यामत का दिन है |
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3809 | 37 | 21 | هذا يوم الفصل الذي كنتم به تكذبون |
| | | (जवाब आएगा) ये वही फैसले का दिन है जिसको तुम लोग (दुनिया में) झूठ समझते थे |
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3810 | 37 | 22 | احشروا الذين ظلموا وأزواجهم وما كانوا يعبدون |
| | | (और फ़रिश्तों को हुक्म होगा कि) जो लोग (दुनिया में) सरकशी करते थे उनको और उनके साथियों को और खुदा को छोड़कर जिनकी परसतिश करते हैं |
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3811 | 37 | 23 | من دون الله فاهدوهم إلى صراط الجحيم |
| | | उनको (सबको) इकट्ठा करो फिर उन्हें जहन्नुम की राह दिखाओ |
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3812 | 37 | 24 | وقفوهم إنهم مسئولون |
| | | और (हाँ ज़रा) उन्हें ठहराओ तो उनसे कुछ पूछना है |
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3813 | 37 | 25 | ما لكم لا تناصرون |
| | | (अरे कमबख्तों) अब तुम्हें क्या होगा कि एक दूसरे की मदद नहीं करते |
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3814 | 37 | 26 | بل هم اليوم مستسلمون |
| | | (जवाब क्या देंगे) बल्कि वह तो आज गर्दन झुकाए हुए हैं |
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