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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
3795 | 37 | 7 | وحفظا من كل شيطان مارد |
| | | और प्रत्येक सरकश शैतान से सुरक्षित रखने के लिए |
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3796 | 37 | 8 | لا يسمعون إلى الملإ الأعلى ويقذفون من كل جانب |
| | | वे (शैतान) "मलए आला" की ओर कान नहीं लगा पाते और हर ओर से फेंक मारे जाते है भगाने-धुतकारने के लिए। |
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3797 | 37 | 9 | دحورا ولهم عذاب واصب |
| | | और उनके लिए अनवरत यातना है |
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3798 | 37 | 10 | إلا من خطف الخطفة فأتبعه شهاب ثاقب |
| | | किन्तु यह और बात है कि कोई कुछ उचक ले, इस दशा में एक तेज़ दहकती उल्का उसका पीछा करती है |
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3799 | 37 | 11 | فاستفتهم أهم أشد خلقا أم من خلقنا إنا خلقناهم من طين لازب |
| | | अब उनके पूछो कि उनके पैदा करने का काम अधिक कठिन है या उन चीज़ों का, जो हमने पैदा कर रखी है। निस्संदेह हमने उनको लेसकर मिट्टी से पैदा किया। |
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3800 | 37 | 12 | بل عجبت ويسخرون |
| | | बल्कि तुम तो आश्चर्य में हो और वे है कि परिहास कर रहे है |
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3801 | 37 | 13 | وإذا ذكروا لا يذكرون |
| | | और जब उन्हें याद दिलाया जाता है, तो वे याद नहीं करते, |
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3802 | 37 | 14 | وإذا رأوا آية يستسخرون |
| | | और जब कोई निशानी देखते है तो हँसी उड़ाते है |
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3803 | 37 | 15 | وقالوا إن هذا إلا سحر مبين |
| | | और कहते है, "यह तो बस एक प्रत्यक्ष जादू है |
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3804 | 37 | 16 | أإذا متنا وكنا ترابا وعظاما أإنا لمبعوثون |
| | | क्या जब हम मर चुके होंगे और मिट्टी और हड्डियाँ होकर रह जाएँगे, तो क्या फिर हम उठाए जाएँगे? |
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