نتائج البحث: 6236
|
ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
3779 | 36 | 74 | واتخذوا من دون الله آلهة لعلهم ينصرون |
| | | उन्होंने अल्लाह से इतर कितने ही उपास्य बना लिए है कि शायद उन्हें मदद पहुँचे। |
|
3780 | 36 | 75 | لا يستطيعون نصرهم وهم لهم جند محضرون |
| | | वे उनकी सहायता करने की सामर्थ्य नहीं रखते, हालाँकि वे (बहुदेववादियों की अपनी स्पष्ट में) उनके लिए उपस्थित सेनाएँ हैं |
|
3781 | 36 | 76 | فلا يحزنك قولهم إنا نعلم ما يسرون وما يعلنون |
| | | अतः उनकी बात तुम्हें शोकाकुल न करे। हम जानते है जो कुछ वे छिपाते और जो कुछ व्यक्त करते है |
|
3782 | 36 | 77 | أولم ير الإنسان أنا خلقناه من نطفة فإذا هو خصيم مبين |
| | | क्या (इनकार करनेवाले) मनुष्य को नहीं देखा कि हमने उसे वीर्य से पैदा किया? फिर क्या देखते है कि वह प्रत्क्षय विरोधी झगड़ालू बन गया |
|
3783 | 36 | 78 | وضرب لنا مثلا ونسي خلقه قال من يحيي العظام وهي رميم |
| | | और उसने हमपर फबती कसी और अपनी पैदाइश को भूल गया। कहता है, "कौन हड्डियों में जान डालेगा, जबकि वे जीर्ण-शीर्ण हो चुकी होंगी?" |
|
3784 | 36 | 79 | قل يحييها الذي أنشأها أول مرة وهو بكل خلق عليم |
| | | कह दो, "उनमें वही जाल डालेगा जिसने उनको पहली बार पैदा किया। वह तो प्रत्येक संसृति को भली-भाँति जानता है |
|
3785 | 36 | 80 | الذي جعل لكم من الشجر الأخضر نارا فإذا أنتم منه توقدون |
| | | वही है जिसने तुम्हारे लिए हरे-भरे वृक्ष से आग पैदा कर दी। तो लगे हो तुम उससे जलाने।" |
|
3786 | 36 | 81 | أوليس الذي خلق السماوات والأرض بقادر على أن يخلق مثلهم بلى وهو الخلاق العليم |
| | | क्या जिसने आकाशों और धरती को पैदा किया उसे इसकी सामर्थ्य नहीं कि उन जैसों को पैदा कर दे? क्यों नहीं, जबकि वह महान स्रष्टा , अत्यन्त ज्ञानवान है |
|
3787 | 36 | 82 | إنما أمره إذا أراد شيئا أن يقول له كن فيكون |
| | | उसका मामला तो बस यह है कि जब वह किसी चीज़ (के पैदा करने) का इरादा करता है तो उससे कहता है, "हो जा!" और वह हो जाती है |
|
3788 | 36 | 83 | فسبحان الذي بيده ملكوت كل شيء وإليه ترجعون |
| | | अतः महिमा है उसकी, जिसके हाथ में हर चीज़ का पूरा अधिकार है। और उसी की ओर तुम लौटकर जाओगे |
|