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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
3595 | 33 | 62 | سنة الله في الذين خلوا من قبل ولن تجد لسنة الله تبديلا |
| | | जो लोग पहले गुज़र गए उनके बारे में (भी) खुदा की (यही) आदत (जारी) रही और तुम खुदा की आदत में हरगिज़ तग़य्युर तबद्दुल न पाओगे |
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3596 | 33 | 63 | يسألك الناس عن الساعة قل إنما علمها عند الله وما يدريك لعل الساعة تكون قريبا |
| | | (ऐ रसूल) लोग तुमसे क़यामत के बारे में पूछा करते हैं (तुम उनसे) कह दो कि उसका इल्म तो बस खुदा को है और तुम क्या जानो शायद क़यामत क़रीब ही हो |
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3597 | 33 | 64 | إن الله لعن الكافرين وأعد لهم سعيرا |
| | | ख़ुदा ने क़ाफिरों पर यक़ीनन लानत की है और उनके लिए जहन्नुम को तैयार कर रखा है |
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3598 | 33 | 65 | خالدين فيها أبدا لا يجدون وليا ولا نصيرا |
| | | जिसमें वह हमेशा अबदल आबाद रहेंगे न किसी को अपना सरपरस्त पाएँगे न मद्दगार |
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3599 | 33 | 66 | يوم تقلب وجوههم في النار يقولون يا ليتنا أطعنا الله وأطعنا الرسولا |
| | | जिस दिन उनके मुँह जहन्नुम की तरफ फेर दिए जाएँगें तो उस दिन अफ़सोसनाक लहजे में कहेंगे ऐ काश हमने खुदा की इताअत की होती और रसूल का कहना माना होता |
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3600 | 33 | 67 | وقالوا ربنا إنا أطعنا سادتنا وكبراءنا فأضلونا السبيلا |
| | | और कहेंगे कि परवरदिगारहमने अपने सरदारों अपने बड़ों का कहना माना तो उन्हों ही ने हमें गुमराह कर दिया |
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3601 | 33 | 68 | ربنا آتهم ضعفين من العذاب والعنهم لعنا كبيرا |
| | | परवरदिगारा (हम पर तो अज़ाब सही है मगर) उन लोगों पर दोहरा अज़ाब नाज़िल कर और उन पर बड़ी से बड़ी लानत कर |
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3602 | 33 | 69 | يا أيها الذين آمنوا لا تكونوا كالذين آذوا موسى فبرأه الله مما قالوا وكان عند الله وجيها |
| | | ऐ ईमानवालों (ख़बरदार कहीं) तुम लोग भी उनके से न हो जाना जिन्होंने मूसा को तकलीफ दी तो खुदा ने उनकी तोहमतों से मूसा को बरी कर दिया और मूसा खुदा के नज़दीक एक रवादार (इज्ज़त करने वाले) (पैग़म्बर) थे |
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3603 | 33 | 70 | يا أيها الذين آمنوا اتقوا الله وقولوا قولا سديدا |
| | | ऐ ईमानवालों खुदा से डरते रहो और (जब कहो तो) दुरूस्त बात कहा करो |
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3604 | 33 | 71 | يصلح لكم أعمالكم ويغفر لكم ذنوبكم ومن يطع الله ورسوله فقد فاز فوزا عظيما |
| | | तो खुदा तुम्हारी कारगुज़ारियों को दुरूस्त कर देगा और तुम्हारे गुनाह बख्श देगा और जिस शख्स ने खुदा और उसके रसूल की इताअत की वह तो अपनी मुराद को खूब अच्छी तरह पहुँच गया |
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