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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
3405 | 29 | 65 | فإذا ركبوا في الفلك دعوا الله مخلصين له الدين فلما نجاهم إلى البر إذا هم يشركون |
| | | फिर जब ये लोग कश्ती में सवार होते हैं तो निहायत ख़ुलूस से उसकी इबादत करने वाले बन कर ख़ुदा से दुआ करते हैं फिर जब उन्हें ख़ुश्की में (पहुँचा कर) नजात देता है तो फौरन शिर्क करने लगते हैं |
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3406 | 29 | 66 | ليكفروا بما آتيناهم وليتمتعوا فسوف يعلمون |
| | | ताकि जो (नेअमतें) हमने उन्हें अता की हैं उनका इन्कार कर बैठें और ताकि (दुनिया में) ख़ूब चैन कर लें तो अनक़रीब ही (इसका नतीजा) उन्हें मालूम हो जाएगा |
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3407 | 29 | 67 | أولم يروا أنا جعلنا حرما آمنا ويتخطف الناس من حولهم أفبالباطل يؤمنون وبنعمة الله يكفرون |
| | | क्या उन लोगों ने इस पर ग़ौर नहीं किया कि हमने हरम (मक्का) को अमन व इत्मेनान की जगह बनाया हालॉकि उनके गिर्द व नवाह से लोग उचक ले जाते हैं तो क्या ये लोग झूठे माबूदों पर ईमान लाते हैं और ख़ुदा की नेअमत की नाशुक्री करते हैं |
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3408 | 29 | 68 | ومن أظلم ممن افترى على الله كذبا أو كذب بالحق لما جاءه أليس في جهنم مثوى للكافرين |
| | | और जो शख्स ख़ुदा पर झूठ बोहतान बॉधे या जब उसके पास कोई सच्ची बात आए तो झुठला दे इससे बढ़कर ज़ालिम कौन होगा क्या (इन) काफिरों का ठिकाना जहन्नुम में नहीं है (ज़रुर है) |
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3409 | 29 | 69 | والذين جاهدوا فينا لنهدينهم سبلنا وإن الله لمع المحسنين |
| | | और जिन लोगों ने हमारी राह में जिहाद किया उन्हें हम ज़रुर अपनी राह की हिदायत करेंगे और इसमें शक नही कि ख़ुदा नेकोकारों का साथी है |
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3410 | 30 | 1 | بسم الله الرحمن الرحيم الم |
| | | अलिफ़ लाम मीम |
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3411 | 30 | 2 | غلبت الروم |
| | | (यहाँ से) बहुत क़रीब के मुल्क में रोमी (नसारा अहले फ़ारस आतिश परस्तों से) हार गए |
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3412 | 30 | 3 | في أدنى الأرض وهم من بعد غلبهم سيغلبون |
| | | मगर ये लोग अनक़रीब ही अपने हार जाने के बाद चन्द सालों में फिर (अहले फ़ारस पर) ग़ालिब आ जाएँगे |
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3413 | 30 | 4 | في بضع سنين لله الأمر من قبل ومن بعد ويومئذ يفرح المؤمنون |
| | | क्योंकि (इससे) पहले और बाद (ग़रज़ हर ज़माने में) हर अम्र का एख्तेयार ख़ुदा ही को है और उस दिन ईमानदार लोग ख़ुदा की मदद से खुश हो जाएँगे |
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3414 | 30 | 5 | بنصر الله ينصر من يشاء وهو العزيز الرحيم |
| | | वह जिसकी चाहता है मदद करता है और वह (सब पर) ग़ालिब रहम करने वाला है |
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