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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
3157 | 26 | 225 | ألم تر أنهم في كل واد يهيمون |
| | | क्या तुमने देखा नहीं कि वे हर घाटी में बहके फिरते हैं, |
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3158 | 26 | 226 | وأنهم يقولون ما لا يفعلون |
| | | और कहते वह है जो करते नहीं? - |
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3159 | 26 | 227 | إلا الذين آمنوا وعملوا الصالحات وذكروا الله كثيرا وانتصروا من بعد ما ظلموا وسيعلم الذين ظلموا أي منقلب ينقلبون |
| | | वे नहीं जो ईमान लाए और उन्होंने अच्छे कर्म किए और अल्लाह को अधिक .याद किया। औऱ इसके बाद कि उनपर ज़ुल्म किया गया तो उन्होंने उसका प्रतिकार किया और जिन लोगों ने ज़ुल्म किया, उन्हें जल्द ही मालूम हो जाएगा कि वे किस जगह पलटते हैं |
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3160 | 27 | 1 | بسم الله الرحمن الرحيم طس تلك آيات القرآن وكتاب مبين |
| | | ता॰ सीन॰। ये आयतें है क़ुरआन और एक स्पष्ट किताब की |
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3161 | 27 | 2 | هدى وبشرى للمؤمنين |
| | | मार्गदर्शन है और शुभ-सूचना उन ईमानवालों के लिए, |
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3162 | 27 | 3 | الذين يقيمون الصلاة ويؤتون الزكاة وهم بالآخرة هم يوقنون |
| | | जो नमाज़ का आयोजन करते है और ज़कात देते है और वही है जो आख़िरत पर विश्वास रखते है |
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3163 | 27 | 4 | إن الذين لا يؤمنون بالآخرة زينا لهم أعمالهم فهم يعمهون |
| | | रहे वे लोग जो आख़िरत को नहीं मानते, उनके लिए हमने उनकी करतूतों को शोभायमान बना दिया है। अतः वे भटकते फिरते है |
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3164 | 27 | 5 | أولئك الذين لهم سوء العذاب وهم في الآخرة هم الأخسرون |
| | | वही लोग है, जिनके लिए बुरी यातना है और वही है जो आख़िरत में अत्यन्त घाटे में रहेंगे |
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3165 | 27 | 6 | وإنك لتلقى القرآن من لدن حكيم عليم |
| | | निश्चय ही तुम यह क़ुरआन एक बड़े तत्वदर्शी, ज्ञानवान (प्रभु) की ओर से पा रहे हो |
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3166 | 27 | 7 | إذ قال موسى لأهله إني آنست نارا سآتيكم منها بخبر أو آتيكم بشهاب قبس لعلكم تصطلون |
| | | याद करो जब मूसा ने अपने घरवालों से कहा कि "मैंने एक आग-सी देखी है। मैं अभी वहाँ से तुम्हारे पास कोई ख़बर लेकर आता हूँ या तुम्हारे पास कोई दहकता अंगार लाता हूँ, ताकि तुम तापो।" |
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