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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
3116 | 26 | 184 | واتقوا الذي خلقكم والجبلة الأولين |
| | | और उस (ख़ुदा) से डरो जिसने तुम्हे और अगली ख़िलकत को पैदा किया |
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3117 | 26 | 185 | قالوا إنما أنت من المسحرين |
| | | वह लोग कहने लगे तुम पर तो बस जादू कर दिया गया है (कि ऐसी बातें करते हों) |
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3118 | 26 | 186 | وما أنت إلا بشر مثلنا وإن نظنك لمن الكاذبين |
| | | और तुम तो हमारे ही ऐसे एक आदमी हो और हम लोग तो तुमको झूठा ही समझते हैं |
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3119 | 26 | 187 | فأسقط علينا كسفا من السماء إن كنت من الصادقين |
| | | तो अगर तुम सच्चे हो तो हम पर आसमान का एक टुकड़ा गिरा दो |
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3120 | 26 | 188 | قال ربي أعلم بما تعملون |
| | | और शुएब ने कहा जो तुम लोग करते हो मेरा परवरदिगार ख़ूब जानता है |
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3121 | 26 | 189 | فكذبوه فأخذهم عذاب يوم الظلة إنه كان عذاب يوم عظيم |
| | | ग़रज़ उन लोगों ने शुएब को झुठलाया तो उन्हें साएबान (अब्र) के अज़ाब ने ले डाला- इसमे शक नहीं कि ये भी एक बड़े (सख्त) दिन का अज़ाब था |
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3122 | 26 | 190 | إن في ذلك لآية وما كان أكثرهم مؤمنين |
| | | इसमे भी शक नहीं कि इसमें (समझदारों के लिए) एक बड़ी इबरत है और उनमें के बहुतेरे ईमान लाने वाले ही न थे |
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3123 | 26 | 191 | وإن ربك لهو العزيز الرحيم |
| | | और बेशक तुम्हारा परवरदिगार यक़ीनन (सब पर) ग़ालिब (और) बड़ा मेहरबान है |
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3124 | 26 | 192 | وإنه لتنزيل رب العالمين |
| | | और (ऐ रसूल) बेशक ये (क़ुरान) सारी ख़ुदायी के पालने वाले (ख़ुदा) का उतारा हुआ है |
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3125 | 26 | 193 | نزل به الروح الأمين |
| | | जिसे रुहुल अमीन (जिबरील) साफ़ अरबी ज़बान में लेकर तुम्हारे दिल पर नाज़िल हुए है |
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