بسم الله الرحمن الرحيم

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ترتيب الآيةرقم السورةرقم الآيةالاية
310426172ثم دمرنا الآخرين
(और हलाक हो गयी) फिर हमने उन लोगों को हलाक कर डाला
310526173وأمطرنا عليهم مطرا فساء مطر المنذرين
और उन पर हमने (पत्थरों का) मेंह बरसाया तो जिन लोगों को (अज़ाबे ख़ुदा से) डराया गया था
310626174إن في ذلك لآية وما كان أكثرهم مؤمنين
उन पर क्या बड़ी बारिश हुई इस वाक़िये में भी एक बड़ी इबरत है और इनमें से बहुतेरे ईमान लाने वाले ही न थे
310726175وإن ربك لهو العزيز الرحيم
और इसमे तो शक ही नहीं कि तुम्हारा परवरदिगार यक़ीनन सब पर ग़ालिब (और) बड़ा मेहरबान है
310826176كذب أصحاب الأيكة المرسلين
इसी तरह जंगल के रहने वालों ने (मेरे) पैग़म्बरों को झुठलाया
310926177إذ قال لهم شعيب ألا تتقون
जब शुएब ने उनसे कहा कि तुम (ख़ुदा से) क्यों नहीं डरते
311026178إني لكم رسول أمين
मै तो बिला शुबाह तुम्हारा अमानदार हूँ
311126179فاتقوا الله وأطيعون
तो ख़ुदा से डरो और मेरी इताअत करो
311226180وما أسألكم عليه من أجر إن أجري إلا على رب العالمين
मै तो तुमसे इस (तबलीग़े रिसालत) पर कुछ मज़दूरी भी नहीं माँगता मेरी मज़दूरी तो बस सारी ख़ुदाई के पालने वाले (ख़ुदा) के ज़िम्मे है
311326181أوفوا الكيل ولا تكونوا من المخسرين
तुम (जब कोई चीज़ नाप कर दो तो) पूरा पैमाना दिया करो और नुक़सान (कम देने वाले) न बनो


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