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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
3067 | 26 | 135 | إني أخاف عليكم عذاب يوم عظيم |
| | | निश्चय ही मुझे तुम्हारे बारे में एक बड़े दिन की यातना का भय है।" |
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3068 | 26 | 136 | قالوا سواء علينا أوعظت أم لم تكن من الواعظين |
| | | उन्होंने कहा, "हमारे लिए बराबर है चाहे तुम नसीहत करो या नसीहत करने वाले न बनो। |
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3069 | 26 | 137 | إن هذا إلا خلق الأولين |
| | | यह तो बस पहले लोगों की पुरानी आदत है |
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3070 | 26 | 138 | وما نحن بمعذبين |
| | | और हमें कदापि यातना न दी जाएगी।" |
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3071 | 26 | 139 | فكذبوه فأهلكناهم إن في ذلك لآية وما كان أكثرهم مؤمنين |
| | | अन्ततः उन्होंने उन्हें झुठला दिया जो हमने उनको विनष्ट कर दिया। बेशक इसमें एक बड़ी निशानी है। इसपर भी उनमें से अधिकतर माननेवाले नहीं |
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3072 | 26 | 140 | وإن ربك لهو العزيز الرحيم |
| | | और बेशक तुम्हारा रब ही है, जो बड़ा प्रभुत्वशाली, अत्यन्त दयावान है |
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3073 | 26 | 141 | كذبت ثمود المرسلين |
| | | समूद ने रसूलों को झुठलाया, |
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3074 | 26 | 142 | إذ قال لهم أخوهم صالح ألا تتقون |
| | | जबकि उसके भाई सालेह ने उससे कहा, "क्या तुम डर नहीं रखते? |
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3075 | 26 | 143 | إني لكم رسول أمين |
| | | निस्संदेह मैं तुम्हारे लिए एक अमानतदार रसूल हूँ |
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3076 | 26 | 144 | فاتقوا الله وأطيعون |
| | | अतः तुम अल्लाह का डर रखो और मेरी बात मानो |
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