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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
3061 | 26 | 129 | وتتخذون مصانع لعلكم تخلدون |
| | | और बड़े बड़े महल तामीर करते हो गोया तुम हमेशा (यहीं) रहोगे |
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3062 | 26 | 130 | وإذا بطشتم بطشتم جبارين |
| | | और जब तुम (किसी पर) हाथ डालते हो तो सरकशी से हाथ डालते हो |
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3063 | 26 | 131 | فاتقوا الله وأطيعون |
| | | तो तुम ख़ुदा से डरो और मेरी इताअत करो |
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3064 | 26 | 132 | واتقوا الذي أمدكم بما تعلمون |
| | | और उस शख्स से डरो जिसने तुम्हारी उन चीज़ों से मदद की जिन्हें तुम खूब जानते हो |
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3065 | 26 | 133 | أمدكم بأنعام وبنين |
| | | अच्छा सुनो उसने तुम्हारे चार पायों और लड़के बालों वग़ैरह और चश्मों से मदद की |
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3066 | 26 | 134 | وجنات وعيون |
| | | मै तो यक़ीनन तुम पर |
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3067 | 26 | 135 | إني أخاف عليكم عذاب يوم عظيم |
| | | एक बड़े (सख्त) रोज़ के अज़ाब से डरता हूँ |
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3068 | 26 | 136 | قالوا سواء علينا أوعظت أم لم تكن من الواعظين |
| | | वह लोग कहने लगे ख्वाह तुम नसीहत करो या न नसीहत करो हमारे वास्ते (सब) बराबर है |
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3069 | 26 | 137 | إن هذا إلا خلق الأولين |
| | | ये (डरावा) तो बस अगले लोगों की आदत है |
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3070 | 26 | 138 | وما نحن بمعذبين |
| | | हालाँकि हम पर अज़ाब (वग़ैरह अब) किया नहीं जाएगा |
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