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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
3055 | 26 | 123 | كذبت عاد المرسلين |
| | | आद ने रसूलों को झूठलाया |
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3056 | 26 | 124 | إذ قال لهم أخوهم هود ألا تتقون |
| | | जबकि उनके भाई हूद ने उनसे कहा, "क्या तुम डर नहीं रखते? |
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3057 | 26 | 125 | إني لكم رسول أمين |
| | | मैं तो तुम्हारे लिए एक अमानतदार रसूल हूँ |
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3058 | 26 | 126 | فاتقوا الله وأطيعون |
| | | अतः तुम अल्लाह का डर रखो और मेरी आज्ञा मानो |
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3059 | 26 | 127 | وما أسألكم عليه من أجر إن أجري إلا على رب العالمين |
| | | मैं इस काम पर तुमसे कोई प्रतिदान नहीं माँगता। मेरा प्रतिदान तो बस सारे संसार के रब के ज़ि्म्मे है। |
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3060 | 26 | 128 | أتبنون بكل ريع آية تعبثون |
| | | क्या तुम प्रत्येक उच्च स्थान पर व्यर्थ एक स्मारक का निर्माण करते रहोगे? |
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3061 | 26 | 129 | وتتخذون مصانع لعلكم تخلدون |
| | | और भव्य महल बनाते रहोगे, मानो तुम्हें सदैव रहना है? |
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3062 | 26 | 130 | وإذا بطشتم بطشتم جبارين |
| | | और जब किसी पर हाथ डालते हो तो बिलकुल निर्दय अत्याचारी बनकर हाथ डालते हो! |
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3063 | 26 | 131 | فاتقوا الله وأطيعون |
| | | अतः अल्लाह का डर रखो और मेरी आज्ञा का पालन करो |
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3064 | 26 | 132 | واتقوا الذي أمدكم بما تعلمون |
| | | उसका डर रखो जिसने तुम्हें वे चीज़े पहुँचाई जिनको तुम जानते हो |
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