نتائج البحث: 6236
|
ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
3049 | 26 | 117 | قال رب إن قومي كذبون |
| | | उसने कहा, "ऐ मेरे रब! मेरी क़ौम के लोगों ने तो मुझे झुठला दिया |
|
3050 | 26 | 118 | فافتح بيني وبينهم فتحا ونجني ومن معي من المؤمنين |
| | | अब मेरे और उनके बीच दो टूक फ़ैसला कर दे और मुझे और जो ईमानवाले मेरे साथ है, उन्हें बचा ले!" |
|
3051 | 26 | 119 | فأنجيناه ومن معه في الفلك المشحون |
| | | अतः हमने उसे और जो उसके साथ भरी हुई नौका में थे बचा लिया |
|
3052 | 26 | 120 | ثم أغرقنا بعد الباقين |
| | | और उसके पश्चात शेष लोगों को डूबो दिया |
|
3053 | 26 | 121 | إن في ذلك لآية وما كان أكثرهم مؤمنين |
| | | निश्चय ही इसमें एक बड़ी निशानी है। इसपर भी उनमें से अधिकतर माननेवाले नहीं |
|
3054 | 26 | 122 | وإن ربك لهو العزيز الرحيم |
| | | और निस्संदेह तुम्हारा रब ही है जो बड़ा प्रभुत्वशाली, अत्यन्त दयावान है |
|
3055 | 26 | 123 | كذبت عاد المرسلين |
| | | आद ने रसूलों को झूठलाया |
|
3056 | 26 | 124 | إذ قال لهم أخوهم هود ألا تتقون |
| | | जबकि उनके भाई हूद ने उनसे कहा, "क्या तुम डर नहीं रखते? |
|
3057 | 26 | 125 | إني لكم رسول أمين |
| | | मैं तो तुम्हारे लिए एक अमानतदार रसूल हूँ |
|
3058 | 26 | 126 | فاتقوا الله وأطيعون |
| | | अतः तुम अल्लाह का डर रखो और मेरी आज्ञा मानो |
|