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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
3040 | 26 | 108 | فاتقوا الله وأطيعون |
| | | अतः अल्लाह का डर रखो और मेरा कहा मानो |
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3041 | 26 | 109 | وما أسألكم عليه من أجر إن أجري إلا على رب العالمين |
| | | मैं इस काम के बदले तुमसे कोई बदला नहीं माँगता। मेरा बदला तो बस सारे संसार के रब के ज़िम्मे है |
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3042 | 26 | 110 | فاتقوا الله وأطيعون |
| | | अतः अल्लाह का डर रखो और मेरी आज्ञा का पालन करो।" |
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3043 | 26 | 111 | قالوا أنؤمن لك واتبعك الأرذلون |
| | | उन्होंने कहा, "क्या हम तेरी बात मान लें, जबकि तेरे पीछे तो अत्यन्त नीच लोग चल रहे है?" |
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3044 | 26 | 112 | قال وما علمي بما كانوا يعملون |
| | | उसने कहा, "मुझे क्या मालूम कि वे क्या करते रहे है? |
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3045 | 26 | 113 | إن حسابهم إلا على ربي لو تشعرون |
| | | उनका हिसाब तो बस मेरे रब के ज़िम्मे है। क्या ही अच्छा होता कि तुममें चेतना होती। |
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3046 | 26 | 114 | وما أنا بطارد المؤمنين |
| | | और मैं ईमानवालों को धुत्कारनेवाला नहीं हूँ। |
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3047 | 26 | 115 | إن أنا إلا نذير مبين |
| | | मैं तो बस स्पष्ट रूप से एक सावधान करनेवाला हूँ।" |
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3048 | 26 | 116 | قالوا لئن لم تنته يا نوح لتكونن من المرجومين |
| | | उन्होंने कहा, "यदि तू बाज़ न आया ऐ नूह, तो तू संगसार होकर रहेगा।" |
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3049 | 26 | 117 | قال رب إن قومي كذبون |
| | | उसने कहा, "ऐ मेरे रब! मेरी क़ौम के लोगों ने तो मुझे झुठला दिया |
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