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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
2952 | 26 | 20 | قال فعلتها إذا وأنا من الضالين |
| | | मूसा ने कहा (हाँ) मैने उस वक्त उस काम को किया जब मै हालते ग़फलत में था |
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2953 | 26 | 21 | ففررت منكم لما خفتكم فوهب لي ربي حكما وجعلني من المرسلين |
| | | फिर जब मै आप लोगों से डरा तो भाग खड़ा हुआ फिर (कुछ अरसे के बाद) मेरे परवरदिगार ने मुझे नुबूवत अता फरमायी और मुझे भी एक पैग़म्बर बनाया |
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2954 | 26 | 22 | وتلك نعمة تمنها علي أن عبدت بني إسرائيل |
| | | और ये भी कोई एहसान हे जिसे आप मुझ पर जता रहे है कि आप ने बनी इसराईल को ग़ुलाम बना रखा है |
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2955 | 26 | 23 | قال فرعون وما رب العالمين |
| | | फिरऔन ने पूछा (अच्छा ये तो बताओ) रब्बुल आलमीन क्या चीज़ है |
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2956 | 26 | 24 | قال رب السماوات والأرض وما بينهما إن كنتم موقنين |
| | | मूसा ने कहाँ सारे आसमान व ज़मीन का और जो कुछ इन दोनों के दरमियान है (सबका) मालिक अगर आप लोग यक़ीन कीजिए (तो काफी है) |
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2957 | 26 | 25 | قال لمن حوله ألا تستمعون |
| | | फिरऔन ने उन लोगो से जो उसके इर्द गिर्द (बैठे) थे कहा क्या तुम लोग नहीं सुनते हो |
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2958 | 26 | 26 | قال ربكم ورب آبائكم الأولين |
| | | मूसा ने कहा (वही ख़ुदा जो कि) तुम्हारा परवरदिगार और तुम्हारे बाप दादाओं का परवरदिगार है |
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2959 | 26 | 27 | قال إن رسولكم الذي أرسل إليكم لمجنون |
| | | फिरऔन ने कहा (लोगों) ये रसूल जो तुम्हारे पास भेजा गया है हो न हो दीवाना है |
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2960 | 26 | 28 | قال رب المشرق والمغرب وما بينهما إن كنتم تعقلون |
| | | मूसा ने कहा (वह ख़ुदा जो) पूरब पश्चिम और जो कुछ इन दोनों के दरमियान (सबका) मालिक है अगर तुम समझते हो (तो यही काफी है) |
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2961 | 26 | 29 | قال لئن اتخذت إلها غيري لأجعلنك من المسجونين |
| | | फिरऔन ने कहा अगर तुम मेरे सिवा किसी और को (अपना) ख़ुदा बनाया है तो मै ज़रुर तुम्हे कैदी बनाऊँगा |
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