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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
2941 | 26 | 9 | وإن ربك لهو العزيز الرحيم |
| | | और निश्चय ही तुम्हारा रब ही है जो बड़ा प्रभुत्वशाली, अत्यन्त दयावान है |
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2942 | 26 | 10 | وإذ نادى ربك موسى أن ائت القوم الظالمين |
| | | और जबकि तुम्हारे रह ने मूसा को पुकारा कि "ज़ालिम लोगों के पास जा - |
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2943 | 26 | 11 | قوم فرعون ألا يتقون |
| | | फ़िरऔन की क़ौम के पास - क्या वे डर नहीं रखते?" |
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2944 | 26 | 12 | قال رب إني أخاف أن يكذبون |
| | | उसने कहा, "ऐ मेरे रब! मुझे डर है कि वे मुझे झुठला देंगे, |
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2945 | 26 | 13 | ويضيق صدري ولا ينطلق لساني فأرسل إلى هارون |
| | | और मेरा सीना घुटता है और मेरी ज़बान नहीं चलती। इसलिए हारून की ओर भी संदेश भेज दे |
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2946 | 26 | 14 | ولهم علي ذنب فأخاف أن يقتلون |
| | | और मुझपर उनके यहाँ के एक गुनाह का बोझ भी है। इसलिए मैं डरता हूँ कि वे मुझे मार डालेंगे।" |
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2947 | 26 | 15 | قال كلا فاذهبا بآياتنا إنا معكم مستمعون |
| | | कहा, "कदापि नहीं, तुम दोनों हमारी निशानियाँ लेकर जाओ। हम तुम्हारे साथ है, सुनने को मौजूद है |
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2948 | 26 | 16 | فأتيا فرعون فقولا إنا رسول رب العالمين |
| | | अतः तुम दोनो फ़िरऔन को पास जाओ और कहो कि हम सारे संसार के रब के भेजे हुए है |
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2949 | 26 | 17 | أن أرسل معنا بني إسرائيل |
| | | कि तू इसराईल की सन्तान को हमारे साथ जाने दे।" |
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2950 | 26 | 18 | قال ألم نربك فينا وليدا ولبثت فينا من عمرك سنين |
| | | (फ़िरऔन ने) कहा, "क्या हमने तुझे जबकि तू बच्चा था, अपने यहाँ पाला नहीं था? और तू अपनी अवस्था के कई वर्षों तक हमारे साथ रहा, |
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