بسم الله الرحمن الرحيم

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ترتيب الآيةرقم السورةرقم الآيةالاية
29282573والذين إذا ذكروا بآيات ربهم لم يخروا عليها صما وعميانا
और वह लोग कि जब उन्हें उनके परवरदिगार की आयतें याद दिलाई जाती हैं तो बहरे अन्धें होकर गिर नहीं पड़ते बल्कि जी लगाकर सुनते हैं
29292574والذين يقولون ربنا هب لنا من أزواجنا وذرياتنا قرة أعين واجعلنا للمتقين إماما
और वह लोग जो (हमसे) अर्ज़ करते हैं कि परवरदिगार हमें हमारी बीबियों और औलादों की तरफ से ऑंखों की ठन्डक अता फरमा और हमको परहेज़गारों का पेशवा बना
29302575أولئك يجزون الغرفة بما صبروا ويلقون فيها تحية وسلاما
ये वह लोग हैं जिन्हें उनकी जज़ा में (बेहश्त के) बाला ख़ाने अता किए जाएँगें और वहाँ उन्हें ताज़ीम व सलाम (का बदला) पेश किया जाएगा
29312576خالدين فيها حسنت مستقرا ومقاما
ये लोग उसी में हमेशा रहेंगें और वह रहने और ठहरने की अच्छी जगह है
29322577قل ما يعبأ بكم ربي لولا دعاؤكم فقد كذبتم فسوف يكون لزاما
(ऐ रसूल) तुम कह दो कि अगर दुआ नही किया करते तो मेरा परवरदिगार भी तुम्हारी कुछ परवाह नही करता तुमने तो (उसके रसूल को) झुठलाया तो अन क़रीब ही (उसका वबाल) तुम्हारे सर पडेग़ा
2933261بسم الله الرحمن الرحيم طسم
ता सीन मीम
2934262تلك آيات الكتاب المبين
ये वाज़ेए व रौशन किताब की आयतें है
2935263لعلك باخع نفسك ألا يكونوا مؤمنين
(ऐ रसूल) शायद तुम (इस फिक्र में) अपनी जान हलाक कर डालोगे कि ये (कुफ्फार) मोमिन क्यो नहीं हो जाते
2936264إن نشأ ننزل عليهم من السماء آية فظلت أعناقهم لها خاضعين
अगर हम चाहें तो उन लोगों पर आसमान से कोई ऐसा मौजिज़ा नाज़िल करें कि उन लोगों की गर्दनें उसके सामने झुक जाएँ
2937265وما يأتيهم من ذكر من الرحمن محدث إلا كانوا عنه معرضين
और (लोगों का क़ायदा है कि) जब उनके पास कोई कोई नसीहत की बात ख़ुदा की तरफ से आयी तो ये लोग उससे मुँह फेरे बगैर नहीं रहे


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