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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
2917 | 25 | 62 | وهو الذي جعل الليل والنهار خلفة لمن أراد أن يذكر أو أراد شكورا |
| | | और वही तो वह (ख़ुदा) है जिसने रात और दिन (एक) को (एक का) जानशीन बनाया (ये) उस के (समझने के) लिए है जो नसीहत हासिल करना चाहे या शुक्र गुज़ारी का इरादा करें |
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2918 | 25 | 63 | وعباد الرحمن الذين يمشون على الأرض هونا وإذا خاطبهم الجاهلون قالوا سلاما |
| | | और (ख़ुदाए) रहमान के ख़ास बन्दे तो वह हैं जो ज़मीन पर फिरौतनी के साथ चलते हैं और जब जाहिल उनसे (जिहालत) की बात करते हैं तो कहते हैं कि सलाम (तुम सलामत रहो) |
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2919 | 25 | 64 | والذين يبيتون لربهم سجدا وقياما |
| | | और वह लोग जो अपने परवरदिगार के वास्ते सज़दे और क़याम में रात काट देते हैं |
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2920 | 25 | 65 | والذين يقولون ربنا اصرف عنا عذاب جهنم إن عذابها كان غراما |
| | | और वह लोग जो दुआ करते हैं कि परवरदिगारा हम से जहन्नुम का अज़ाब फेरे रहना क्योंकि उसका अज़ाब बहुत (सख्त और पाएदार होगा) |
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2921 | 25 | 66 | إنها ساءت مستقرا ومقاما |
| | | बेशक वह बहुत बुरा ठिकाना और बुरा मक़ाम है |
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2922 | 25 | 67 | والذين إذا أنفقوا لم يسرفوا ولم يقتروا وكان بين ذلك قواما |
| | | और वह लोग कि जब खर्च करते हैं तो न फुज़ूल ख़र्ची करते हैं और न तंगी करते हैं और उनका ख़र्च उसके दरमेयान औसत दर्जे का रहता है |
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2923 | 25 | 68 | والذين لا يدعون مع الله إلها آخر ولا يقتلون النفس التي حرم الله إلا بالحق ولا يزنون ومن يفعل ذلك يلق أثاما |
| | | और वह लोग जो ख़ुदा के साथ दूसरे माबूदों की परसतिश नही करते और जिस जान के मारने को ख़ुदा ने हराम कर दिया है उसे नाहक़ क़त्ल नहीं करते और न ज़िना करते हैं और जो शख्स ऐसा करेगा वह आप अपने गुनाह की सज़ा भुगतेगा |
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2924 | 25 | 69 | يضاعف له العذاب يوم القيامة ويخلد فيه مهانا |
| | | कि क़यामत के दिन उसके लिए अज़ाब दूना कर दिया जाएगा और उसमें हमेशा ज़लील व ख़वार रहेगा |
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2925 | 25 | 70 | إلا من تاب وآمن وعمل عملا صالحا فأولئك يبدل الله سيئاتهم حسنات وكان الله غفورا رحيما |
| | | मगर (हाँ) जिस शख्स ने तौबा की और ईमान क़ुबूल किया और अच्छे अच्छे काम किए तो (अलबत्ता) उन लोगों की बुराइयों को ख़ुदा नेकियों से बदल देगा और ख़ुदा तो बड़ा बख्शने वाला मेहरबान है |
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2926 | 25 | 71 | ومن تاب وعمل صالحا فإنه يتوب إلى الله متابا |
| | | और जिस शख्स ने तौबा कर ली और अच्छे अच्छे काम किए तो बेशक उसने ख़ुदा की तरफ (सच्चे दिल से) हक़ीकक़तन रुजु की |
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