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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
2887 | 25 | 32 | وقال الذين كفروا لولا نزل عليه القرآن جملة واحدة كذلك لنثبت به فؤادك ورتلناه ترتيلا |
| | | और जिन लोगों ने इनकार किया उनका कहना है कि "उसपर पूरा क़ुरआन एक ही बार में क्यों नहीं उतारा?" ऐसा इसलिए किया गया ताकि हम इसके द्वारा तुम्हारे दिल को मज़बूत रखें और हमने इसे एक उचित क्रम में रखा |
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2888 | 25 | 33 | ولا يأتونك بمثل إلا جئناك بالحق وأحسن تفسيرا |
| | | और जब कभी भी वे तुम्हारे पास कोई आक्षेप की बात लेकर आएँगे तो हम तुम्हारे पास पक्की-सच्ची चीज़ लेकर आएँगे! इस दशा में कि वह स्पष्टीतकरण की स्पष्ट से उत्तम है |
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2889 | 25 | 34 | الذين يحشرون على وجوههم إلى جهنم أولئك شر مكانا وأضل سبيلا |
| | | जो लोग औंधे मुँह जहन्नम की ओर ले जाए जाएँगे वही स्थान की दृष्टि से बहुत बुरे है, और मार्ग की दृष्टि से भी बहुत भटके हुए है |
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2890 | 25 | 35 | ولقد آتينا موسى الكتاب وجعلنا معه أخاه هارون وزيرا |
| | | हमने मूसा को किताब प्रदान की और उसके भाई हारून को सहायक के रूप में उसके साथ किया |
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2891 | 25 | 36 | فقلنا اذهبا إلى القوم الذين كذبوا بآياتنا فدمرناهم تدميرا |
| | | और कहा कि "तुम दोनों उन लोगों के पास जाओ जिन्होंने हमारी आयतों को झुठलाया है।" अन्ततः हमने उन लोगों को विनष्ट करके रख दिया |
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2892 | 25 | 37 | وقوم نوح لما كذبوا الرسل أغرقناهم وجعلناهم للناس آية وأعتدنا للظالمين عذابا أليما |
| | | और नूह की क़ौम को भी, जब उन्होंने रसूलों को झुठलाया तो हमने उन्हें डुबा दिया और लोगों के लिए उन्हें एक निशानी बना दिया, और उन ज़ालिमों के लिए हमने एक दुखद यातना तैयार कर रखी है |
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2893 | 25 | 38 | وعادا وثمود وأصحاب الرس وقرونا بين ذلك كثيرا |
| | | और आद और समूद और अर-रस्सवालों और उस बीच की बहुत-सी नस्लों को भी विनष्ट किया। |
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2894 | 25 | 39 | وكلا ضربنا له الأمثال وكلا تبرنا تتبيرا |
| | | प्रत्येक के लिए हमने मिसालें बयान कीं। अन्ततः प्रत्येक को हमने पूरी तरह विध्वस्त कर दिया |
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2895 | 25 | 40 | ولقد أتوا على القرية التي أمطرت مطر السوء أفلم يكونوا يرونها بل كانوا لا يرجون نشورا |
| | | और उस बस्ती पर से तो वे हो आए है जिसपर बुरी वर्षा बरसी; तो क्या वे उसे देखते नहीं रहे हैं? नहीं, बल्कि वे दोबारा जीवित होकर उठने की आशा ही नहीं रखते रहे है |
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2896 | 25 | 41 | وإذا رأوك إن يتخذونك إلا هزوا أهذا الذي بعث الله رسولا |
| | | वे जब भी तुम्हें देखते हैं तो तुम्हारा मज़ाक़ बना लेते हैं कि "क्या यही, जिसे अल्लाह ने रसूल बनाकर भेजा है? |
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