بسم الله الرحمن الرحيم

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ترتيب الآيةرقم السورةرقم الآيةالاية
27362363بل قلوبهم في غمرة من هذا ولهم أعمال من دون ذلك هم لها عاملون
उनके दिल उसकी तरफ से ग़फलत में पडे हैं इसके अलावा उन के बहुत से आमाल हैं जिन्हें ये (बराबर किया करते है) और बाज़ नहीं आते
27372364حتى إذا أخذنا مترفيهم بالعذاب إذا هم يجأرون
यहाँ तक कि जब हम उनके मालदारों को अज़ाब में गिरफ््तार करेंगे तो ये लोग वावैला करने लगेंगें
27382365لا تجأروا اليوم إنكم منا لا تنصرون
(उस वक्त क़हा जाएगा) आज वावैला मत करों तुमको अब हमारी तरफ से मदद नहीं मिल सकती
27392366قد كانت آياتي تتلى عليكم فكنتم على أعقابكم تنكصون
(जब) हमारी आयतें तुम्हारे सामने पढ़ी जाती थीं तो तुम अकड़ते किस्सा कहते बकते हुए उन से उलटे पाँव फिर जाते
27402367مستكبرين به سامرا تهجرون
तो क्या उन लोगों ने (हमारी) बात (कुरान) पर ग़ौर नहीं किया
27412368أفلم يدبروا القول أم جاءهم ما لم يأت آباءهم الأولين
उनके पास कोई ऐसी नयी चीज़ आयी जो उनके अगले बाप दादाओं के पास नहीं आयी थी
27422369أم لم يعرفوا رسولهم فهم له منكرون
या उन लोगों ने अपने रसूल ही को नहीं पहचाना तो इस वजह से इन्कार कर बैठे
27432370أم يقولون به جنة بل جاءهم بالحق وأكثرهم للحق كارهون
या कहते हैं कि इसको जुनून हो गया है (हरगिज़ उसे जुनून नहीं) बल्कि वह तो उनके पास हक़ बात लेकर आया है और उनमें के अक्सर हक़ बात से नफरत रखते हैं
27442371ولو اتبع الحق أهواءهم لفسدت السماوات والأرض ومن فيهن بل أتيناهم بذكرهم فهم عن ذكرهم معرضون
और अगर कहीं हक़ उनकी नफसियानी ख्वाहिश की पैरवी करता है तो सारे आसमान व ज़मीन और जो लोग उनमें हैं (सबके सब) बरबाद हो जाते बल्कि हम तो उन्हीं के तज़किरे (जिबरील के वास्ते से) उनके पास लेकर आए तो यह लोग अपने ही तज़किरे से मुँह मोड़तें हैं
27452372أم تسألهم خرجا فخراج ربك خير وهو خير الرازقين
(ऐ रसूल) क्या तुम उनसे (अपनी रिसालत की) कुछ उजरत माँगतें हों तो तुम्हारे परवरदिगार की उजरत उससे कही बेहतर है और वह तो सबसे बेहतर रोज़ी देने वाला है


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