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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
2716 | 23 | 43 | ما تسبق من أمة أجلها وما يستأخرون |
| | | कोई समुदाय न तो अपने निर्धारित समय से आगे बढ़ सकता है और न पीछे रह सकता है |
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2717 | 23 | 44 | ثم أرسلنا رسلنا تترى كل ما جاء أمة رسولها كذبوه فأتبعنا بعضهم بعضا وجعلناهم أحاديث فبعدا لقوم لا يؤمنون |
| | | फिर हमने निरन्तर अपने रसूल भेजे। जब भी किसी समुदाय के पास उसका रसूल आया, तो उसके लोगों ने उसे झुठला दिया। अतः हम एक दूसरे के पीछे (विनाश के लिए) लगाते चले गए और हमने उन्हें ऐसा कर दिया कि वे कहानियाँ होकर रह गए। फिटकार हो उन लोगों पर जो ईमान न लाएँ |
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2718 | 23 | 45 | ثم أرسلنا موسى وأخاه هارون بآياتنا وسلطان مبين |
| | | फिर हमने मूसा और उसके भाई हारून को अपनी निशानियों और खुले प्रमाण के साथ फ़िरऔन और उसके सरदारों की ओर भेजा। |
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2719 | 23 | 46 | إلى فرعون وملئه فاستكبروا وكانوا قوما عالين |
| | | किन्तु उन्होंने अहंकार किया। वे थे ही सरकश लोग |
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2720 | 23 | 47 | فقالوا أنؤمن لبشرين مثلنا وقومهما لنا عابدون |
| | | तो व कहने लगे, "क्या हम अपने ही जैसे दो मनुष्यों की बात मान लें, जबकि उनकी क़ौम हमारी ग़ुलाम भी है?" |
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2721 | 23 | 48 | فكذبوهما فكانوا من المهلكين |
| | | अतः उन्होंने उन दोनों को झुठला दिया और विनष्ट होनेवालों में सम्मिलित होकर रहे |
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2722 | 23 | 49 | ولقد آتينا موسى الكتاب لعلهم يهتدون |
| | | और हमने मूसा को किताब प्रदान की, ताकि वे लोग मार्ग पा सकें |
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2723 | 23 | 50 | وجعلنا ابن مريم وأمه آية وآويناهما إلى ربوة ذات قرار ومعين |
| | | और मरयम के बेटे और उसकी माँ को हमने एक निशानी बनाया। और हमने उन्हें रहने योग्य स्रोतबाली ऊँची जगह शरण दी, |
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2724 | 23 | 51 | يا أيها الرسل كلوا من الطيبات واعملوا صالحا إني بما تعملون عليم |
| | | "ऐ पैग़म्बरो! अच्छी पाक चीज़े खाओ और अच्छा कर्म करो। जो कुछ तुम करते हो उसे मैं जानता हूँ |
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2725 | 23 | 52 | وإن هذه أمتكم أمة واحدة وأنا ربكم فاتقون |
| | | और निश्चय ही यह तुम्हारा समुदाय, एक ही समुदाय है और मैं तुम्हारा रब हूँ। अतः मेरा डर रखो।" |
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