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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
2544 | 21 | 61 | قالوا فأتوا به على أعين الناس لعلهم يشهدون |
| | | लोगों ने कहा तो अच्छा उसको सब लोगों के सामने (गिरफ्तार करके) ले आओ ताकि वह (जो कुछ कहें) लोग उसके गवाह रहें |
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2545 | 21 | 62 | قالوا أأنت فعلت هذا بآلهتنا يا إبراهيم |
| | | (ग़रज़ इबराहीम आए) और लोगों ने उनसे पूछा कि क्यों इबराहीम क्या तुमने माबूदों के साथ ये हरकत की है |
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2546 | 21 | 63 | قال بل فعله كبيرهم هذا فاسألوهم إن كانوا ينطقون |
| | | इबराहीम ने कहा बल्कि ये हरकत इन बुतों (खुदाओं) के बड़े (खुदा) ने की है तो अगर ये बुत बोल सकते हों तो उनही से पूछ देखो |
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2547 | 21 | 64 | فرجعوا إلى أنفسهم فقالوا إنكم أنتم الظالمون |
| | | इस पर उन लोगों ने अपने जी में सोचा तो (एक दूसरे से) कहने लगे बेशक तुम ही लोग खुद बर सरे नाहक़ हो |
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2548 | 21 | 65 | ثم نكسوا على رءوسهم لقد علمت ما هؤلاء ينطقون |
| | | फिर उन लोगों के सर इसी गुमराही में झुका दिए गए (और तो कुछ बन न पड़ा मगर ये बोले) तुमको तो अच्छी तरह मालूम है कि ये बुत बोला नहीं करते |
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2549 | 21 | 66 | قال أفتعبدون من دون الله ما لا ينفعكم شيئا ولا يضركم |
| | | (फिर इनसे क्या पूछे) इबराहीम ने कहा तो क्या तुम लोग खुदा को छोड़कर ऐसी चीज़ों की परसतिश करते हो जो न तुम्हें कुछ नफा ही पहुँचा सकती है और न तुम्हारा कुछ नुक़सान ही कर सकती है |
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2550 | 21 | 67 | أف لكم ولما تعبدون من دون الله أفلا تعقلون |
| | | तफ है तुम पर उस चीज़ पर जिसे तुम खुदा के सिवा पूजते हो तो क्या तुम इतना भी नहीं समझते |
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2551 | 21 | 68 | قالوا حرقوه وانصروا آلهتكم إن كنتم فاعلين |
| | | (आख़िर) वह लोग (बाहम) कहने लगे कि अगर तुम कुछ कर सकते हो तो इबराहीम को आग में जला दो और अपने खुदाओं की मदद करो |
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2552 | 21 | 69 | قلنا يا نار كوني بردا وسلاما على إبراهيم |
| | | (ग़रज़) उन लोगों ने इबराहीम को आग में डाल दिया तो हमने फ़रमाया ऐ आग तू इबराहीम पर बिल्कुल ठन्डी और सलामती का बाइस हो जा |
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2553 | 21 | 70 | وأرادوا به كيدا فجعلناهم الأخسرين |
| | | (कि उनको कोई तकलीफ़ न पहुँचे) और उन लोगों में इबराहीम के साथ चालबाज़ी करनी चाही थी तो हमने इन सब को नाकाम कर दिया |
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