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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
2535 | 21 | 52 | إذ قال لأبيه وقومه ما هذه التماثيل التي أنتم لها عاكفون |
| | | जब उन्होंने अपने (मुँह बोले) बाप और अपनी क़ौम से कहा ये मूर्ते जिनकी तुम लोग मुजाबिरी करते हो आख़िर क्या (बला) है |
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2536 | 21 | 53 | قالوا وجدنا آباءنا لها عابدين |
| | | वह लोग बोले (और तो कुछ नहीं जानते मगर) अपने बडे बूढ़ों को इनही की परसतिश करते देखा है |
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2537 | 21 | 54 | قال لقد كنتم أنتم وآباؤكم في ضلال مبين |
| | | इबराहीम ने कहा यक़ीनन तुम भी और तुम्हारे बुर्जुग़ भी खुली हुईगुमराही में पड़े हुए थे |
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2538 | 21 | 55 | قالوا أجئتنا بالحق أم أنت من اللاعبين |
| | | वह लोग कहने लगे तो क्या तुम हमारे पास हक़ बात लेकर आए हो या तुम भी (यूँ ही) दिल्लगी करते हो |
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2539 | 21 | 56 | قال بل ربكم رب السماوات والأرض الذي فطرهن وأنا على ذلكم من الشاهدين |
| | | इबराहीम ने कहा मज़ाक नहीं ठीक कहता हूँ कि तुम्हारे माबूद व बुत नहीं बल्कि तुम्हारा परवरदिगार आसमान व ज़मीन का मालिक है जिसने उनको पैदा किया और मैं खुद इस बात का तुम्हारे सामने गवाह हूँ |
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2540 | 21 | 57 | وتالله لأكيدن أصنامكم بعد أن تولوا مدبرين |
| | | और अपने जी में कहा खुदा की क़सम तुम्हारे पीठ फेरने के बाद में तुम्हारे बुतों के साथ एक चाल चलूँगा |
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2541 | 21 | 58 | فجعلهم جذاذا إلا كبيرا لهم لعلهم إليه يرجعون |
| | | चुनान्चे इबराहीम ने उन बुतों को (तोड़कर) चकनाचूर कर डाला मगर उनके बड़े बुत को (इसलिए रहने दिया) ताकि ये लोग ईद से पलटकर उसकी तरफ रूजू करें |
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2542 | 21 | 59 | قالوا من فعل هذا بآلهتنا إنه لمن الظالمين |
| | | (जब कुफ्फ़ार को मालूम हुआ) तो कहने लगे जिसने ये गुस्ताख़ी हमारे माबूदों के साथ की है उसने यक़ीनी बड़ा ज़ुल्म किया |
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2543 | 21 | 60 | قالوا سمعنا فتى يذكرهم يقال له إبراهيم |
| | | (कुछ लोग) कहने लगे हमने एक नौजवान को जिसको लोग इबराहीम कहते हैं उन बुतों का (बुरी तरह) ज़िक्र करते सुना था |
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2544 | 21 | 61 | قالوا فأتوا به على أعين الناس لعلهم يشهدون |
| | | लोगों ने कहा तो अच्छा उसको सब लोगों के सामने (गिरफ्तार करके) ले आओ ताकि वह (जो कुछ कहें) लोग उसके गवाह रहें |
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