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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
2393 | 20 | 45 | قالا ربنا إننا نخاف أن يفرط علينا أو أن يطغى |
| | | दोनों ने कहा, "ऐ हमारे रब! हमें इसका भय है कि वह हमपर ज़्यादती करे या सरकशी करने लग जाए।" |
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2394 | 20 | 46 | قال لا تخافا إنني معكما أسمع وأرى |
| | | कहा, "डरो नहीं, मै तुम्हारे साथ हूँ। सुनता और देखता हूँ |
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2395 | 20 | 47 | فأتياه فقولا إنا رسولا ربك فأرسل معنا بني إسرائيل ولا تعذبهم قد جئناك بآية من ربك والسلام على من اتبع الهدى |
| | | अतः जाओ, उसके पास और कहो, हम तेरे रब के रसूल है। इसराईल की सन्तान को हमारे साथ भेज दे। और उन्हें यातना न दे। हम तेरे पास तेरे रब की निशानी लेकर आए है। और सलामती है उसके लिए जो संमार्ग का अनुसरण करे! |
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2396 | 20 | 48 | إنا قد أوحي إلينا أن العذاب على من كذب وتولى |
| | | निस्संदेह हमारी ओर प्रकाशना हुई है कि यातना उसके लिए है, जो झुठलाए और मुँह फेरे।" |
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2397 | 20 | 49 | قال فمن ربكما يا موسى |
| | | उसने कहा, "अच्छा, तुम दोनों का रब कौन है, मूसा?" |
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2398 | 20 | 50 | قال ربنا الذي أعطى كل شيء خلقه ثم هدى |
| | | कहा, "हमारा रब वह है जिसने हर चीज़ को उसकी आकृति दी, फिर तदनुकूव निर्देशन किया।" |
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2399 | 20 | 51 | قال فما بال القرون الأولى |
| | | उसने कहा, "अच्छा तो उन नस्लों का क्या हाल है, जो पहले थी?" |
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2400 | 20 | 52 | قال علمها عند ربي في كتاب لا يضل ربي ولا ينسى |
| | | कहा, "उसका ज्ञान मेरे रब के पास एक किताब में सुरक्षित है। मेरा रब न चूकता है और न भूलता है।" |
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2401 | 20 | 53 | الذي جعل لكم الأرض مهدا وسلك لكم فيها سبلا وأنزل من السماء ماء فأخرجنا به أزواجا من نبات شتى |
| | | "वही है जिसने तुम्हारे लिए धरती को पालना (बिछौना) बनाया और उसने तुम्हारे लिए रास्ते निकाले और आकाश से पानी उतारा। फिर हमने उसके द्वारा विभिन्न प्रकार के पेड़-पौधे निकाले |
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2402 | 20 | 54 | كلوا وارعوا أنعامكم إن في ذلك لآيات لأولي النهى |
| | | खाओ और अपने चौपायों को भी चराओ! निस्संदेह इसमें बुद्धिमानों के लिए बहुत-सी निशानियाँ है |
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