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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
2389 | 20 | 41 | واصطنعتك لنفسي |
| | | और मैंने तुमको अपनी रिसालत के वास्ते मुन्तख़िब किया |
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2390 | 20 | 42 | اذهب أنت وأخوك بآياتي ولا تنيا في ذكري |
| | | तुम अपने भाई समैत हमारे मौजिज़े लेकर जाओ और (देखो) मेरी याद में सुस्ती न करना |
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2391 | 20 | 43 | اذهبا إلى فرعون إنه طغى |
| | | तुम दोनों फिरऔन के पास जाओ बेशक वह बहुत सरकश हो गया है |
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2392 | 20 | 44 | فقولا له قولا لينا لعله يتذكر أو يخشى |
| | | फिर उससे (जाकर) नरमी से बातें करो ताकि वह नसीहत मान ले या डर जाए |
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2393 | 20 | 45 | قالا ربنا إننا نخاف أن يفرط علينا أو أن يطغى |
| | | दोनों ने अर्ज़ की ऐ हमारे पालने वाले हम डरते हैं कि कहीं वह हम पर ज्यादती (न) कर बैठे या ज्यादा सरकशी कर ले |
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2394 | 20 | 46 | قال لا تخافا إنني معكما أسمع وأرى |
| | | फ़रमाया तुम डरो नहीं मैं तुम्हारे साथ हूँ (सब कुछ) सुनता और देखता हूँ |
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2395 | 20 | 47 | فأتياه فقولا إنا رسولا ربك فأرسل معنا بني إسرائيل ولا تعذبهم قد جئناك بآية من ربك والسلام على من اتبع الهدى |
| | | ग़रज़ तुम दोनों उसके पास जाओ और कहो कि हम आप के परवरदिगार के रसूल हैं तो बनी इसराइल को हमारे साथ भेज दीजिए और उन्हें सताइए नहीं हम आपके पास आपके परवरदिगार का मौजिज़ा लेकर आए हैं और जो राहे रास्त की पैरवी करे उसी के लिए सलामती है |
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2396 | 20 | 48 | إنا قد أوحي إلينا أن العذاب على من كذب وتولى |
| | | हमारे पास खुदा की तरफ से ये ''वही'' नाज़िल हुईहै कि यक़ीनन अज़ाब उसी शख्स पर है जो (खुदा की आयतों को) झुठलाए |
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2397 | 20 | 49 | قال فمن ربكما يا موسى |
| | | और उसके हुक्म से मुँह मोड़े (ग़रज़ गए और कहा) फिरऔन ने पूछा ऐ मूसा आख़िर तुम दोनों का परवरदिगार कौन है |
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2398 | 20 | 50 | قال ربنا الذي أعطى كل شيء خلقه ثم هدى |
| | | मूसा ने कहा हमारा परवरदिगार वह है जिसने हर चीज़ को उसके (मुनासिब) सूरत अता फरमाई |
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