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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
2362 | 20 | 14 | إنني أنا الله لا إله إلا أنا فاعبدني وأقم الصلاة لذكري |
| | | निस्संदेह मैं ही अल्लाह हूँ। मेरे सिवा कोई पूज्य-प्रभु नहीं। अतः तू मेरी बन्दगी कर और मेरी याद के लिए नमाज़ क़ायम कर |
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2363 | 20 | 15 | إن الساعة آتية أكاد أخفيها لتجزى كل نفس بما تسعى |
| | | निश्चय ही वह (क़ियामत की) घड़ी आनेवाली है - शीघ्र ही उसे लाऊँगा, उसे छिपाए रखता हूँ - ताकि प्रत्येक व्यक्ति जो प्रयास वह करता है, उसका बदला पाए |
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2364 | 20 | 16 | فلا يصدنك عنها من لا يؤمن بها واتبع هواه فتردى |
| | | अतः जो कोई उसपर ईमान नहीं लाता और अपनी वासना के पीछे पड़ा है, वह तुझे उससे रोक न दे, अन्यथा तू विनष्ट हो जाएगा |
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2365 | 20 | 17 | وما تلك بيمينك يا موسى |
| | | और ऐ मूसा! यह तेरे दाहिने हाथ में क्या है?" |
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2366 | 20 | 18 | قال هي عصاي أتوكأ عليها وأهش بها على غنمي ولي فيها مآرب أخرى |
| | | उसने कहा, "यह मेरी लाठी है। मैं इसपर टेक लगाता हूँ और इससे अपनी बकरियों के लिए पत्ते झाड़ता हूँ और इससे मेरी दूसरी ज़रूरतें भी पूरी होती है।" |
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2367 | 20 | 19 | قال ألقها يا موسى |
| | | कहा, "डाल दे उसे, ऐ मूसा!" |
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2368 | 20 | 20 | فألقاها فإذا هي حية تسعى |
| | | अतः उसने डाल दिया। सहसा क्या देखते है कि वह एक साँप है, जो दौड़ रहा है |
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2369 | 20 | 21 | قال خذها ولا تخف سنعيدها سيرتها الأولى |
| | | कहा, "इसे पकड़ ले और डर मत। हम इसे इसकी पहली हालत पर लौटा देंगे |
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2370 | 20 | 22 | واضمم يدك إلى جناحك تخرج بيضاء من غير سوء آية أخرى |
| | | और अपने हाथ अपने बाज़ू की ओर समेट ले। वह बिना किसी ऐब के रौशन दूसरी निशानी के रूप में निकलेगा |
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2371 | 20 | 23 | لنريك من آياتنا الكبرى |
| | | इसलिए कि हम तुझे अपनी बड़ी निशानियाँ दिखाएँ |
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