بسم الله الرحمن الرحيم

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23622014إنني أنا الله لا إله إلا أنا فاعبدني وأقم الصلاة لذكري
निस्संदेह मैं ही अल्लाह हूँ। मेरे सिवा कोई पूज्य-प्रभु नहीं। अतः तू मेरी बन्दगी कर और मेरी याद के लिए नमाज़ क़ायम कर
23632015إن الساعة آتية أكاد أخفيها لتجزى كل نفس بما تسعى
निश्चय ही वह (क़ियामत की) घड़ी आनेवाली है - शीघ्र ही उसे लाऊँगा, उसे छिपाए रखता हूँ - ताकि प्रत्येक व्यक्ति जो प्रयास वह करता है, उसका बदला पाए
23642016فلا يصدنك عنها من لا يؤمن بها واتبع هواه فتردى
अतः जो कोई उसपर ईमान नहीं लाता और अपनी वासना के पीछे पड़ा है, वह तुझे उससे रोक न दे, अन्यथा तू विनष्ट हो जाएगा
23652017وما تلك بيمينك يا موسى
और ऐ मूसा! यह तेरे दाहिने हाथ में क्या है?"
23662018قال هي عصاي أتوكأ عليها وأهش بها على غنمي ولي فيها مآرب أخرى
उसने कहा, "यह मेरी लाठी है। मैं इसपर टेक लगाता हूँ और इससे अपनी बकरियों के लिए पत्ते झाड़ता हूँ और इससे मेरी दूसरी ज़रूरतें भी पूरी होती है।"
23672019قال ألقها يا موسى
कहा, "डाल दे उसे, ऐ मूसा!"
23682020فألقاها فإذا هي حية تسعى
अतः उसने डाल दिया। सहसा क्या देखते है कि वह एक साँप है, जो दौड़ रहा है
23692021قال خذها ولا تخف سنعيدها سيرتها الأولى
कहा, "इसे पकड़ ले और डर मत। हम इसे इसकी पहली हालत पर लौटा देंगे
23702022واضمم يدك إلى جناحك تخرج بيضاء من غير سوء آية أخرى
और अपने हाथ अपने बाज़ू की ओर समेट ले। वह बिना किसी ऐब के रौशन दूसरी निशानी के रूप में निकलेगा
23712023لنريك من آياتنا الكبرى
इसलिए कि हम तुझे अपनी बड़ी निशानियाँ दिखाएँ


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