نتائج البحث: 6236
|
ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
2346 | 19 | 96 | إن الذين آمنوا وعملوا الصالحات سيجعل لهم الرحمن ودا |
| | | निस्संदेह जो लोग ईमान लाए और उन्होंने अच्छे कर्म किए शीघ्र ही रहमान उनके लिए प्रेम उत्पन्न कर देगा |
|
2347 | 19 | 97 | فإنما يسرناه بلسانك لتبشر به المتقين وتنذر به قوما لدا |
| | | अतः हमने इस वाणी को तुम्हारी भाषा में इसी लिए सहज एवं उपयुक्त बनाया है, ताकि तुम इसके द्वारा डर रखनेवालों को शुभ सूचना दो और उन झगड़ालू लोगों को इसके द्वारा डराओ |
|
2348 | 19 | 98 | وكم أهلكنا قبلهم من قرن هل تحس منهم من أحد أو تسمع لهم ركزا |
| | | उनसे पहले कितनी ही नसलों को हम विनष्ट कर चुके है। क्या उनमें किसी की आहट तुम पाते हो या उनकी कोई भनक सुनते हो? |
|
2349 | 20 | 1 | بسم الله الرحمن الرحيم طه |
| | | ता॰ हा॰। |
|
2350 | 20 | 2 | ما أنزلنا عليك القرآن لتشقى |
| | | हमने तुमपर यह क़ुरआन इसलिए नहीं उतारा कि तुम मशक़्क़त में पड़ जाओ |
|
2351 | 20 | 3 | إلا تذكرة لمن يخشى |
| | | यह तो बस एक अनुस्मृति है, उसके लिए जो डरे, |
|
2352 | 20 | 4 | تنزيلا ممن خلق الأرض والسماوات العلى |
| | | भली-भाँति अवतरित हुआ है उस सत्ता की ओर से, जिसने पैदा किया है धरती और उच्च आकाशों को |
|
2353 | 20 | 5 | الرحمن على العرش استوى |
| | | वह रहमान है, जो राजासन पर विराजमान हुआ |
|
2354 | 20 | 6 | له ما في السماوات وما في الأرض وما بينهما وما تحت الثرى |
| | | उसी का है जो कुछ आकाशों में है और जो कुछ धरती में है और जो कुछ इन दोनों के मध्य है और जो कुछ आर्द्र मिट्टी के नीचे है |
|
2355 | 20 | 7 | وإن تجهر بالقول فإنه يعلم السر وأخفى |
| | | तुम चाहे बात पुकार कर कहो (या चुपके से), वह तो छिपी हुई और अत्यन्त गुप्त बात को भी जानता है |
|