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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
2277 | 19 | 27 | فأتت به قومها تحمله قالوا يا مريم لقد جئت شيئا فريا |
| | | फिर वह उस बच्चे को लिए हुए अपनी क़ौम के लोगों के पास आई। वे बोले, "ऐ मरयम, तूने तो बड़ा ही आश्चर्य का काम कर डाला! |
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2278 | 19 | 28 | يا أخت هارون ما كان أبوك امرأ سوء وما كانت أمك بغيا |
| | | हे हारून की बहन! न तो तेरा बाप ही कोई बुरा आदमी था और न तेरी माँ ही बदचलन थी।" |
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2279 | 19 | 29 | فأشارت إليه قالوا كيف نكلم من كان في المهد صبيا |
| | | तब उसने उस (बच्चे) की ओर संकेत किया। वे कहने लगे, "हम उससे कैसे बात करें जो पालने में पड़ा हुआ एक बच्चा है?" |
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2280 | 19 | 30 | قال إني عبد الله آتاني الكتاب وجعلني نبيا |
| | | उसने कहा, "मैं अल्लाह का बन्दा हूँ। उसने मुझे किताब दी और मुझे नबी बनाया |
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2281 | 19 | 31 | وجعلني مباركا أين ما كنت وأوصاني بالصلاة والزكاة ما دمت حيا |
| | | और मुझे बरकतवाला किया जहाँ भी मैं रहूँ, और मुझे नमाज़ और ज़कात की ताकीद की, जब तक कि मैं जीवित रहूँ |
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2282 | 19 | 32 | وبرا بوالدتي ولم يجعلني جبارا شقيا |
| | | और अपनी माँ का हक़ अदा करनेवाला बनाया। और उसने मुझे सरकश और बेनसीब नहीं बनाया |
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2283 | 19 | 33 | والسلام علي يوم ولدت ويوم أموت ويوم أبعث حيا |
| | | सलाम है मुझपर जिस दिन कि मैं पैदा हुआ और जिस दिन कि मैं मरूँ और जिस दिन कि जीवित करके उठाया जाऊँ!" |
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2284 | 19 | 34 | ذلك عيسى ابن مريم قول الحق الذي فيه يمترون |
| | | सच्ची और पक्की बात की स्पष्ट से यह है कि मरयम का बेटा ईसा, जिसके विषय में वे सन्देह में पड़े हुए है |
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2285 | 19 | 35 | ما كان لله أن يتخذ من ولد سبحانه إذا قضى أمرا فإنما يقول له كن فيكون |
| | | अल्लाह ऐसा नहीं कि वह किसी को अपना बेटा बनाए। महान और उच्च है, वह! जब वह किसी चीज़ का फ़ैसला करता है तो बस उसे कह देता है, "हो जा!" तो वह हो जाती है। - |
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2286 | 19 | 36 | وإن الله ربي وربكم فاعبدوه هذا صراط مستقيم |
| | | "और निस्संदेह अल्लाह मेरा रब भी है और तुम्हारा रब भी। अतः तुम उसी की बन्दगी करो यही सीधा मार्ग है।" |
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