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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
2202 | 18 | 62 | فلما جاوزا قال لفتاه آتنا غداءنا لقد لقينا من سفرنا هذا نصبا |
| | | फिर जब कुछ और आगे बढ़ गए तो मूसा ने अपने जवान (वसी) से कहा (अजी हमारा नाश्ता तो हमें दे दो हमारे (आज के) इस सफर से तो हमको बड़ी थकन हो गई |
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2203 | 18 | 63 | قال أرأيت إذ أوينا إلى الصخرة فإني نسيت الحوت وما أنسانيه إلا الشيطان أن أذكره واتخذ سبيله في البحر عجبا |
| | | (यूशा ने) कहा क्या आप ने देखा भी कि जब हम लोग (दरिया के किनारे) उस पत्थर के पास ठहरे तो मै (उसी जगह) मछली छोड़ आया और मुझे आप से उसका ज़िक्र करना शैतान ने भुला दिया और मछली ने अजीब तरह से दरिया में अपनी राह ली |
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2204 | 18 | 64 | قال ذلك ما كنا نبغ فارتدا على آثارهما قصصا |
| | | मूसा ने कहा वही तो वह (जगह) है जिसकी हम जुस्तजू (तलाश) में थे फिर दोनों अपने क़दम के निशानों पर देखते देखते उलटे पॉव फिरे |
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2205 | 18 | 65 | فوجدا عبدا من عبادنا آتيناه رحمة من عندنا وعلمناه من لدنا علما |
| | | तो (जहाँ मछली थी) दोनों ने हमारे बन्दों में से एक (ख़ास) बन्दा खिज्र को पाया जिसको हमने अपनी बारगाह से रहमत (विलायत) का हिस्सा अता किया था |
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2206 | 18 | 66 | قال له موسى هل أتبعك على أن تعلمن مما علمت رشدا |
| | | और हमने उसे इल्म लदुन्नी (अपने ख़ास इल्म) में से कुछ सिखाया था मूसा ने उन (ख़िज्र) से कहा क्या (आपकी इजाज़त है कि) मै इस ग़रज़ से आपके साथ साथ रहूँ |
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2207 | 18 | 67 | قال إنك لن تستطيع معي صبرا |
| | | कि जो रहनुमाई का इल्म आपको है (ख़ुदा की तरफ से) सिखाया गया है उसमें से कुछ मुझे भी सिखा दीजिए खिज्र ने कहा (मै सिखा दूँगा मगर) आपसे मेरे साथ सब्र न हो सकेगा |
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2208 | 18 | 68 | وكيف تصبر على ما لم تحط به خبرا |
| | | और (सच तो ये है) जो चीज़ आपके इल्मी अहाते से बाहर हो |
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2209 | 18 | 69 | قال ستجدني إن شاء الله صابرا ولا أعصي لك أمرا |
| | | उस पर आप सब्र क्योंकर कर सकते हैं मूसा ने कहा (आप इत्मिनान रखिए) अगर ख़ुदा ने चाहा तो आप मुझे साबिर आदमी पाएँगें |
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2210 | 18 | 70 | قال فإن اتبعتني فلا تسألني عن شيء حتى أحدث لك منه ذكرا |
| | | और मै आपके किसी हुक्म की नाफरमानी न करुँगा खिज्र ने कहा अच्छा तो अगर आप को मेरे साथ रहना है तो जब तक मै खुद आपसे किसी बात का ज़िक्र न छेडँ |
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2211 | 18 | 71 | فانطلقا حتى إذا ركبا في السفينة خرقها قال أخرقتها لتغرق أهلها لقد جئت شيئا إمرا |
| | | आप मुझसे किसी चीज़ के बारे में न पूछियेगा ग़रज़ ये दोनो (मिलकर) चल खड़े हुए यहाँ तक कि (एक दरिया में) जब दोनों कश्ती में सवार हुए तो ख़िज्र ने कश्ती में छेद कर दिया मूसा ने कहा (आप ने तो ग़ज़ब कर दिया) क्या कश्ती में इस ग़रज़ से सुराख़ किया है |
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