بسم الله الرحمن الرحيم

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ترتيب الآيةرقم السورةرقم الآيةالاية
18941592فوربك لنسألنهم أجمعين
कि हम उनसे जो कुछ ये (दुनिया में) किया करते थे (बहुत सख्ती से) ज़रुर बाज़ पुर्स (पुछताछ) करेंगे
18951593عما كانوا يعملون
पस जिसका तुम्हें हुक्म दिया गया है उसे वाजेए करके सुना दो
18961594فاصدع بما تؤمر وأعرض عن المشركين
और मुशरेकीन की तरफ से मुँह फेर लो
18971595إنا كفيناك المستهزئين
जो लोग तुम्हारी हँसी उड़ाते है
18981596الذين يجعلون مع الله إلها آخر فسوف يعلمون
और ख़ुदा के साथ दूसरे परवरदिगार को (शरीक) ठहराते हैं हम तुम्हारी तरफ से उनके लिए काफी हैं तो अनक़रीब ही उन्हें मालूम हो जाएगा
18991597ولقد نعلم أنك يضيق صدرك بما يقولون
कि तुम जो इन (कुफ्फारों मुनाफिक़ीन) की बातों से दिल तंग होते हो उसको हम ज़रुर जानते हैं
19001598فسبح بحمد ربك وكن من الساجدين
तो तुम अपने परवरदिगार की हम्दो सना से उसकी तस्बीह करो और (उसकी बारगाह में) सजदा करने वालों में हो जाओ
19011599واعبد ربك حتى يأتيك اليقين
और जब तक तुम्हारे पास मौत आए अपने परवरदिगार की इबादत में लगे रहो
1902161بسم الله الرحمن الرحيم أتى أمر الله فلا تستعجلوه سبحانه وتعالى عما يشركون
ऐ कुफ्फ़ारे मक्का (ख़ुदा का हुक्म (क़यामत गोया) आ पहुँचा तो (ऐ काफिरों बे फायदे) तुम इसकी जल्दी न मचाओ जिस चीज़ को ये लोग शरीक क़रार देते हैं उससे वह ख़ुदा पाक व पाकीज़ा और बरतर है
1903162ينزل الملائكة بالروح من أمره على من يشاء من عباده أن أنذروا أنه لا إله إلا أنا فاتقون
वही अपने हुक्म से अपने बन्दों में से जिसके पास चाहता है 'वहीं' देकर फ़रिश्तों को भेजता है कि लोगों को इस बात से आगाह कर दें कि मेरे सिवा कोई माबूद नहीं तो मुझी से डरते रहो


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