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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
1840 | 15 | 38 | إلى يوم الوقت المعلوم |
| | | उस दिन तक के लिए जिसका समय ज्ञात एवं नियत है।" |
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1841 | 15 | 39 | قال رب بما أغويتني لأزينن لهم في الأرض ولأغوينهم أجمعين |
| | | उसने कहा, "मेरे रब! इसलिए कि तूने मुझे सीधे मार्ग से विचलित कर दिया है, अतः मैं भी धरती में उनके लिए मनमोहकता पैदा करूँगा और उन सबको बहकाकर रहूँगा, |
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1842 | 15 | 40 | إلا عبادك منهم المخلصين |
| | | सिवाय उनके जो तेरे चुने हुए बन्दे होंगे।" |
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1843 | 15 | 41 | قال هذا صراط علي مستقيم |
| | | कहा, "मुझ तक पहुँचने का यही सीधा मार्ग है, |
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1844 | 15 | 42 | إن عبادي ليس لك عليهم سلطان إلا من اتبعك من الغاوين |
| | | मेरे बन्दों पर तो तेरा कुछ ज़ोर न चलेगा, सिवाय उन बहके हुए लोगों को जो तेरे पीछे हो लें |
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1845 | 15 | 43 | وإن جهنم لموعدهم أجمعين |
| | | निश्चय ही जहन्नम ही का ऐसे समस्त लोगों से वादा है |
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1846 | 15 | 44 | لها سبعة أبواب لكل باب منهم جزء مقسوم |
| | | उसके सात द्वार है। प्रत्येक द्वार के लिए एक ख़ास हिस्सा होगा।" |
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1847 | 15 | 45 | إن المتقين في جنات وعيون |
| | | निस्संदेह डर रखनेवाले बाग़ों और स्रोतों में होंगे, |
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1848 | 15 | 46 | ادخلوها بسلام آمنين |
| | | "प्रवेश करो इनमें निर्भयतापूर्वक सलामती के साथ!" |
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1849 | 15 | 47 | ونزعنا ما في صدورهم من غل إخوانا على سرر متقابلين |
| | | उनके सीनों में जो मन-मुटाव होगा उसे हम दूर कर देंगे। वे भाई-भाई बनकर आमने-सामने तख़्तों पर होंगे |
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