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ترتيب الآية | رقم السورة | رقم الآية | الاية |
1059 | 7 | 105 | حقيق على أن لا أقول على الله إلا الحق قد جئتكم ببينة من ربكم فأرسل معي بني إسرائيل |
| | | मुझ पर वाजिब है कि ख़ुदा पर सच के सिवा (एक हुरमत भी झूठ) न कहूँ मै यक़ीनन तुम्हारे पास तुम्हारे परवरदिगार की तरफ से वाजेए व रोशन मौजिज़े लेकर आया हूँ |
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1060 | 7 | 106 | قال إن كنت جئت بآية فأت بها إن كنت من الصادقين |
| | | तो तू बनी ईसराइल को मेरे हमराह करे दे फिरऔन कहने लगा अगर तुम सच्चे हो और वाक़ई कोई मौजिज़ा लेकर आए हो तो उसे दिखाओ |
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1061 | 7 | 107 | فألقى عصاه فإذا هي ثعبان مبين |
| | | (ये सुनते ही) मूसा ने अपनी छड़ी (ज़मीन पर) डाल दी पस वह यकायक (अच्छा खासा) ज़ाहिर बज़ाहिर अजदहा बन गई |
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1062 | 7 | 108 | ونزع يده فإذا هي بيضاء للناظرين |
| | | और अपना हाथ बाहर निकाला तो क्या देखते है कि वह हर शख़्श की नज़र मे जगमगा रहा है |
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1063 | 7 | 109 | قال الملأ من قوم فرعون إن هذا لساحر عليم |
| | | तब फिरऔन के क़ौम के चन्द सरदारों ने कहा ये तो अलबत्ता बड़ा माहिर जादूगर है |
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1064 | 7 | 110 | يريد أن يخرجكم من أرضكم فماذا تأمرون |
| | | ये चाहता है कि तुम्हें तुम्हारें मुल्क से निकाल बाहर कर दे तो अब तुम लोग उसके बारे में क्या सलाह देते हो |
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1065 | 7 | 111 | قالوا أرجه وأخاه وأرسل في المدائن حاشرين |
| | | (आख़िर) सबने मुत्तफिक़ अलफाज़ (एक ज़बान होकर) कहा कि (ऐ फिरऔन) उनको और उनके भाई (हारून) को चन्द दिन कैद में रखिए और (एतराफ़ के) शहरों में हरकारों को भेजिए |
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1066 | 7 | 112 | يأتوك بكل ساحر عليم |
| | | कि तमाम बड़े बड़े जादूगरों का जमा करके अपके पास दरबार में हाज़िर करें |
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1067 | 7 | 113 | وجاء السحرة فرعون قالوا إن لنا لأجرا إن كنا نحن الغالبين |
| | | ग़रज़ जादूगर सब फिरऔन के पास हाज़िर होकर कहने लगे कि अगर हम (मूसा से) जीत जाएं तो हमको बड़ा भारी इनाम ज़रुर मिलना चाहिए |
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1068 | 7 | 114 | قال نعم وإنكم لمن المقربين |
| | | फिरऔन ने कहा (हॉ इनाम ही नहीं) बल्कि फिर तो तुम हमारे दरबार के मुक़र्रेबीन में से होगें |
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